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प्रकाशक:प्रागमोद्धारक-ग्रंथमाला के एक कार्यवाहक
शा० रमणलाल जयचन्द कपड़वंज (जि० खेड़ा)
द्रव्य-सहायक:५००) आगमोद्धारक-चरणोपासक मुनिवर्य श्री गुणसागरजी म. के उपदेश से देवबाग जैन संघ. जामनगर. ज्ञान खाता में से
पुस्तक-प्राप्तिस्थान:(१) श्री जैनानन्द-पुस्तकालय, गोपीपुरा, सुरत १३) श्री ऋषभदेवजी छगनीरामजी की पेढ़ी खाराकुमा उज्जैन