SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 731
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ७१४ अनुयोगद्वारसूत्रे अथ क्षेत्रसमवतारादीन् निरूपयति मूलम्-से किं तं खेत्तसमोयारे? खेत्तसमोयारे-दुविहे पण्णत्ते, तं जहा-आयसमोयारे य तदुभयसमोयारे य। भरहेवासे आयसमोयारेण आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोयारेणं जंबुद्दीवे समोयरइ आयभावे य। जंबुद्दीवे आयसमोयारेणं आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोयारेणं तिरियलोए समोयरइ आयभावे य। तिरियलोए आयसमोयारेणं आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोयारेणं लोए समोयरइ आयभावे य । से तं खेत्तसमोयारे। से किं तं कालसमोयारे ? कालसमोयारे-दुविहे पण्णत्ते, तं जहा-आयसमोयारे य तदुभयसमोयारे या समए आयसमोयारेणं आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोयारेणं आवलियाए समोयरइ आयभावे य। एवमाणापाणू थोवे लवे मुहुत्ते अहोरते पक्खे मासे ऊऊ अयणे संवच्छरे जुगे वाससए वाससहस्से वाससयसहस्से पुवंगे पुवे तुडिअंगे तुडिए अडडंगे अडडे अववंगे अववे हूहूअंगे हूहूए उप्पलंगे उप्पले पउमंगे पउमे गलिगंगे णलिणे अच्छनिउरंगे अच्छनिउरे अउअंगे अउए नउअंगे नउए पउअंगे पउए चूलिअंगे चूलिया सीसाहोलअंगे सीसपहेलिया पलिओवमे सागरोवमे आयसमोयारेणं आयभावे समोयरइ तदुभयसमोयारेणं ओसाप्पिणीउस्सप्पिणीसु समो. यरइ आयभावे य। ओसप्पिणी उस्तप्पिणीओ आयसमोयारेणं आयभावे, समोयरंति, तदुभयसमोयारेण पोग्गलपरियट्टे समो For Private And Personal Use Only
SR No.020967
Book TitleAnuyogdwar Sutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1968
Total Pages928
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_anuyogdwar
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy