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श्री
व्यवहारसूत्रम् दशम उद्देशकः
१४८८ (A)
अट्ठमीए से कप्पइ अट्ठ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, अट्ठ पाणस्स। नवमीए से कप्पइ सत्त दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, सत्त पाणस्स। दसमीए से कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, छ पाणस्स। एगारसमीए से कप्पड़ पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, पंच पाणस्स। . बारसमीए से कप्पइ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, चउ पाणस्स। तेरसमीए से कप्पइ तिन्नि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तिन्नि पाणस्स। चउदसमीए से कप्पइ दो दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दो पाणस्स। अमावासाए से कप्पइ एगा दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, एगा पाणस्स। सुक्कपक्खस्स पाडिवए से कप्पइ दो दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दो पाणस्स। बिइयाए से कप्पइ तिन्नि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तिन्नि पाणस्स। 10 तइयाए से कप्पइ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, चउ पाणस्स। चउत्थीए से कप्पड़ पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, पंच पाणस्स। पंचमीए से कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, छ पाणस्स।
सूत्र २
गाथा ३८१०-३८१२
चन्द्रप्रतिमे
|१४८८ (A)
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