________________ Shahawan Aradhana Kendra Acharya Shri Kalassagersun Gyarmandie १०शसके आर्चर्माली अने प्रभंकरा-इत्यादि सर्व पूर्वोक्त कहे, यावत् तेओ पोतानी राजधानीमा सिंहासनने विषे मैथुननिमित्ते भोगो भोगवी शकता नथी. [प्र०) हे भगवन् ! अंगार नामना महाग्रहने केटली पट्टराणीओ कही के 1 [उ०] हे आर्य! तेने चार पट्टराणीओ कही व्याख्या-18 हे, ते आ प्रमाणे-विजया, वैजयंती, जयंती अने अपराजिता. तेमां एक एक देवीनो परिवार वगेरे बधुं चन्द्रनी पेठे जाणवू परन्तु प्राप्ति विशेष ए के, अंगारावतंसकनामना विमानमा अने अंगारक नामना सिंहासनने विपे यावत् मैथुननिमित्त भोगो भोगवता नथी. उद्देशा५ // 920 // बाकी सर्व पूर्ववत् जाणवू. तथा ए प्रमाणे यावत् व्याल नामे ग्रहसंबन्धे पण जाणवू, एम अठ्याशी महाग्रहो माटे यावत् भावकेतु ग्रह // 920 // सुधी कहे. परन्तु विशेष पो के, अवतंसको अने सिंहासनो इन्द्रना समान नामे जाणवां. चाकी बधु पूर्वप्रमाणे जाणवू. [प्र०] हे भगवन् ! देवना इन्द्र देवना राजा शक्रने केटली पट्टराणीओ कही छे? [उ.] हे आर्य! तेने आठ पट्टराणीओ कही हे, ते आ | प्रमाणे-पमा, शिवा, श्रेया, अंजु, अमला, अप्सरा, नवमिका अने रोहिणी. तेमांनी एक एक देवीनो सोळ सोळ हजार देवीओनो परिवार होय ने. तेमानी एक एक देवी बीजी सोळ सोळ हजार देवीओना परिवारने विकरू शके छे. ए प्रमाणे पूर्वापर मळीने एक लाख अने अठ्यावीश हजार देवीओना परिवारने विकुर्ववा समर्थ छे, ए प्रमाणे त्रुटिक (देवीओनो समूह) कह्यो. पभू णं भंते ! सके देविंदे देवराया सोहम्मे कप्पे सोहम्मवडेंसा विमाणे सभाए मुहम्माए सकसि सीहासशंसि तुडिएणं सद्धिं सेसं जहा चमरस्म, नवरं परियारो जहा मोउद्देसए / सक्कस्स णं देविंदस्स देवरन्नो सोमस्सा महारस्रो कति अग्गमहिसीओ, पुच्छा, अबोचत्तारि अग्गमहिसी पन्नत्ता, तंजहा-रोहिणी मदणा चित्ता सोमा, तत्थ ण एगमेगा० सेसं जहा चमरलोगपालाणं, नवरं मयंपभे विमाणे सभाए सुहम्माए सोमंसि सीहामणंसि,151 SC-% A5% For Private and Personal Use Only