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गौणमुख्य भाव (गणमुक्ख - ) १४- १४
गौतम ( गोदम ) - २४ वें तीर्थंकर महावीर के प्रमुख गणधर, वीर के निर्वाण
दिन पर केवल ज्ञान-प्राप्ति १-६५
ग्रह (गह ) - ज्योतिषी देव १-१४
- व्रतप्रतिमा का अंग ३--१२
ग्रंथ परिमाण (गंध - ) ग्रंथिसत्त्व (गठियमत्त )
अभव्य जीव ३-१२
ग्रैवेयक (गेवेज ) - स्वर्गों के ऊपर के देव १-२३
घ
घर्मा (म्मा ) पहली पृथ्वी का गोत्र नाम १-९ त्राणनिरोध (वाण) - ५-१९
-
Pala
च
चक्रवर्ती ( चक्कर ) १-५१ चक्षु-आवरण दर्शनावरण कर्म का मेड १०-६ चक्षुदर्शन ( चक्खुदंसण ) - ९-४; १२-२८ चक्षुनिरोध (चक्- ) चक्षुष्मान ८ वें कुलकर व मनु, ए. ७ दि. चतुरिन्द्रिय जीव चतुर्मुख (चन्ह )
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५-१७
९-९
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राज्यकाल ४२ वर्ष १-७०
कल्की इन्द्र का पुत्र, आयु ७०
चन्द्र ( चन्दा ) - ज्योतिषी देव १-१४
चन्द्रप्रभ (चह ) ८ वें तीर्थंकर १--४७
११ वें कुलकर या मनु पृ. ७०
८-१८, १९
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वर्ष १-७५
चन्द्राभ
भाववर का भेद
९-२८
चर्या परीपह चारित्र ( चारित ) चारित्र मोहनीय - दो प्रकार का, कपाय और नोकषाय १०-१२ चिकित्सा (तेगच्छ ) चित्रा ( चित्ता ) नक्षत्र १-१७ चेतना (वेदणा ) जीव-लक्षण ९-३
मुनि के लिये वर्ज्य ४-४
चैत्यगृह ( इयगह ) सामायिक के योग्य स्थान ३-२० चौर्य ( ओर ) छठा व्यसन ३-१०