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शब्द
धरणीपुर:- रूँ
धरणीशः- ध
धरन्धरा-ध
धरा-गलावाक्षाल
धराधरः- च। द
धराबीजम् - ग्लो
धरारुह:- (अं)
धरित्री - लाल
धर्म- जाध धर्मकृत्-ध
धर्मगृह:
धर्मदः - ज
धर्मद्रवी - ल धर्मैकपाद:
अर्थ
धवलम्व । वं
धातकर्तरी-ज
धातरी-द
धाता - काद। धकि
धातुः - र
धातृभृत्-द
धात्री - ञ | लाल | ह्रीं
धानः-य
धान्त:-न
धाम - ऐ
धामिनी- -फ
धारणशक्ति:- ए
धारणा-ध
धारिणी - टाढा लाल
धारयित्री - लाल
धीबीजम् -
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'ajaीजकोष :
शब्द
धीमती - ई
धीरः-ङ
धीरा-ए
धुनीनाथ-रूँ
धूः -ध
धूपभाजनमन्त्रः - फट्
धूमः-ग
धूमध्वज:- स
धूमनेत्रा - आ
धूमर:- ब
धूमा- ए
धूमावती-आघू
अर्थ
कल ऐहीं
धूम्रभैरवी - इ|ई|ट | ह्रीं
धूम्र - लाय
धूम्रा - ओ | गाज | बाय
धूर्जटी- एग | साह धूलिध्वज : - ख | | | यँ
धृतः-य
धूतपीठक:-फ
धृतिः - उऊऋ
धेनुः - गाव धेनुकारि:र:- अ, उक्लीं धयकषणीध्रुवः-अ उ एगाक्लीं
-ल
धौम् - : (अ:)
धोध्यम् - : ( अ )
वजी-त
ध्वनि :- ट डान
ध्वांक्ष- प्रीं
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शब्द
ध्वान्तम्- लाल
॥ न ॥
१४३
नगात्मा-ढ
नगोत्तमः -ङ
नटः- चाहूँ
नटी - खीम्
नदी-न
नदीन:-न
अर्थ
नकुली-ह नकुलीश : - हँ
नतम् - मत्री | म्
नक्षत्रम् - मात्रात्रों नक्षत्रनेमि: - ऐ । : सादाँ नक्षत्रेश:- ऐ | | | द्र नखराधिपः -ङ
नग:-द
नन्दकः - इश्क | ग । क्लीं
नन्दज:- टाठ
नन्दद:-ठ
नन्दनः - इक | गघा ठावलीं
नन्दनन्दन:- अ | उक्लीं
नन्दनेचरः-ग
नन्दयिता - इश्क | चाक्लीं
नन्दसन्दोह :- ख
नन्दा - आओ | ठान
नन्दात्मजः - अउवलीं
नन्दि-ङ
नदितेज:-ज
नन्दिनी - ऋलृ । (अं) |ठाव नन्दिपाद:- फ