________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * अणुहवमाणो उ गरुयपीईए / पंचपयारे विसए भाणुगई झुंजई रजं // 34 // वच्चंतेसु दिणेसु तीए देवीए दारिया जाया / उज्जोइयक दिसिवलया उ चित्तलेहत्ति नामेण // 35 // तयणंतरं च देवी सुंदरसुविणेहिं मइयं तणयं / सूर्या सुहतिहिरिक्खे चित्तगई नाम से विहियं // 36 // हरिचंदोवि हु राया चारणसमणस्स सुमुहनामस्स / पयमूले सोऊणं जिणधम्मं सिद्धिसुहहेउं // 37 // निययपए ठवि| ऊणं पहंजणं नियसुर्य विणिक्खतो। संसारवासभीओ निम्विनो कामभोगाण // 38 // युग्मम् ॥सामन्नं काऊणं पयमूले चारणस्स | सुमुहस्स / निट्ठवियकम्मजालो अंतगडो केवली जाओ // 39 // जाओ पहंजणोवि हु विजाहरनरवई पयाविल्लो / झुंजइ जैणयविइण्णं | रजं गयसयलआसंको // 40 // तस्स य सयलंतेउरपवराओ दुनि अंग्गमहिसीओ। कलहंसी मंजूसा उत्तमवंसप्पस्याओ॥४१॥ कल| हंसीए जाओ पुत्तो जलणप्पहोत्ति नामेण / मंजूसाए लहुओ पुत्तो कणगप्पहो नाम // 42 // निययसहोयरवयणं सुमरंती बंधुसुंदरी *देवी। नाऊण चित्तलेहं नियधूयं जोव्वर्ण पत्तं // 43 // अह तं भाउयवयणं साहइ दइयस्स भाणुगइणो सा। तत्तो य भाणुगइणा || नियधूया चित्तलेहा सा // 44 // दिन्ना खयरपहंजणसुयस्स जेट्ठस्स रूवजुत्तस्स / जलणपहस्स, तेणवि परिणीया परमपीईए // 45 // | युम्मम् / / सुरनंदणम्मि नयरे नीया अह तीए नेहसहियाए / सह विसए भुजंतो चिट्ठइ देवोव्व दियलोए // 46 // अह अनया कयाइवि खयराहिवई पहंजणो दटुं / गयणे ससंकधवलं देवउलगोरयं गेहं // 47 // अह चिंति पयत्तो मणोहरो हंदि ! एस आगारो / भुनकि-पालयति / 2 सूता जनितवती / 3 रिक्ख-ऋक्ष नक्षत्रम् / 4 विनिष्कान्तः प्रत्रजितः / 5 निर्विष्णा खिन्नः / 6 कामभोगेभ्यः / निष्ठापित-नाशितम् / 8 अन्तकृत् / 9 पयाविल्लो प्रतापवान् / 10 जनकवितीर्णम् / 11 -सकलआशंकः / 12 अप्रमहिषी-पट्टराज्ञी। 13 स्मरन्ती। 14 युलोके। 15 आगारं-गृहम् , प्राकृतत्वाल्लिाव्यत्ययेन पुस्त्वम् / For Private and Personal Use Only