SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 67
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassaqarsuri Gyanmandir डियं वमुहं // 55 / / संपचो एत्येव य वेयढे चित्तकूडसिहरम्मि / तुम्ह पिया सुरवाहणविजाहरमुणिवरो अज // 56 // पडिमापडिव अस्सिह सुकमाणेण खवियमोहस्स। लोयालोयपयासं उप्पन केवलं तस्स // 57 // नवभिः कुलकम् // तत्तो य तस्स वयणं सोऊणं | गंधवाहणो राया / हरिसवसवियसियच्छो भणइ तयं सायरं एवं // 58 // भो आगच्छसु संगय ! आसनो, अज तायवत्ताए / सहली कयं म्ह जीयं केवलउप्पत्तिगब्भाए // 59 // ससरीरपरिहियं सो सवं आभरणवत्थमाईयं / विलइय तस्स सरीरे तत्तो भंडारियं भणइ | // 60 // अद्धत्तेरसकोडी पवरसुवनस्स देसु एयस्स / पीईदाणं तत्तो तहत्ति संपाडियं तेण // 61 / / तयणंतरं च राया विजाहरनियरपरिगओ चलिओ। जणयस्स चित्रकूडे भत्तीए वंदणनिमित्तं // 62 // विजाविरइयवरविमाणआरूढपरियणाणुगओ। सुहनेवत्थविराइ| यनायरजणपरिगओ सहसा // 63 / / युग्मम् // तेण सहिओ अहंपिहुचलिओ मुणिपायवंदणनिमित्तं / अह सव्वे संपचा आसने चित्तकूडस्स // 64 // चउविहदेवनिकाय निवयंतं दचित्तकूडम्मि / सविसेसहरिसियमणो वियसियमुहपंकओ राया // 65 // सिग्यतरं गंतूर्ण बहुजणपरिवारिओ पयत्वेण / सुरकयकेवलिमहिमं धुव्वंतं दिव्वनारीहिं // 66 // दङ्ण मुणिवरं तं काऊण पयाहिणं च तिक्खुत्तो / बहुमाणवससमुट्ठियरोमंचचयंचियसरीरो // 67 // भूमितललुलियमैउडं पंचंग करिय ताहे 'पणिवायं / पहरिसगलंतनयणो अह एवं थुणिउमाढतो।६८॥ चतसृभिः कलापकम् / / जय जय जीवदयावर ! सुक्कझाणेणदङ्गुकम्मवण!। वोच्छिन्नभवनिबंधण! जाइजरामरणदुक्खहर ! // 69 // उप्पन्नविमलकेवलउवलद्धसमत्थणेयसम्भाव! | सासयसिवसुहसाहण! पत्तअहक्खायचारित्त!॥७॥ 1 क्षपितमोहस्य=निर्णाशितमोहनीयकर्मणः / 2 सफलीकृतम् / 3 विरचथ्य परिधाप्येत्यर्थः / 4 भाण्डागारिकम् / 5 प्रीतिदानम् / 6 निपतन्तम् / 7 स्तूयमानम् / 8 त्रिः / 9 चयनियंचयाञ्चितम् / 10 मउडो-मुकुटः। 11 प्रणिपातं नमस्कारम् / 11 स्तोतुम् / 13 समत्वं समस्तम् / For Private and Personal Use Only
SR No.020776
Book TitleSursundari Chariyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhaneshwarmuni
Publisher
Publication Year
Total Pages292
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy