________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir खत्तकुलविहिणा // 169 // पाणाणवि अन्भहिया पवरा अंतेउरस्स सयलस्स / इदस्सव इंदाणी जाया अह सा महादेवी // 17 // | तीए सह विसयसोक्ख अणुहवमाणस्स राइणो तस्स / नीईए सयलभूमिं निययं परिवालयंतस्स // 171 // वचंति वासराई सुह| समुदयमसममणुहवंतस्स / विबुहपहुस्सव तियसालयम्मि अद्दिट्ठदुक्खस्स // 172 // / तम्मि य पुरे पसिद्धो पबरो पउराण आसि धणधम्मो / सेट्ठी निवस्स इट्ठो पत्तट्ठो सव्वसत्थेसु // 173 // नीसेसअस्थिवित्थर| पत्थियअन्भहियदिन्नवरदाणो / अंजयपंजयजणयजियाए लच्छीएऽलंकरिओ // 174 // जिणसमयसत्यवित्थरवियक्खणो मोक्ख मग्गतल्लिच्छो / जिणसाहुपूयणरओ साहम्मियवच्छलो धणिय // 175 / / अवहसियतियससुंदरिस्वाइसया पईवया दक्खा / भजा | मणोरमनामा तस्स य पाणप्पिया घेणिय // 176 // ताणं तिवग्गसारं विसयसुह सम्ममणुहवंताणं / नियकुलमंडणभूओ जाओ अह दारओ एको // 177 // वत्ते य वारसाहे अम्मापीईहिं निययकुलविहिणा / धणदेवोत्ति य सम्मं नाम निव्वत्तियं तस्स // 178 // | अह पंचधाइकयविविहलालणो दारओ स बटुंतो / पत्तो कुमारभावं माउपिऊण कयाणदो॥१७९।। अब्भहियअटवरिसो सम्म अब्भ| सियसयलविजस्स / उज्झायस्सुर्वणीओ विनायकलाकलावस्स // 180 // थेवेणे वि कालेणं अहिंगमियाओ समत्थविआओ / सयले कलाकलावे अह जाओ सोवि पत्तट्ठो // 181 // तत्तो गहियकलावो समाणिओ नियघरम्मि धणदेवो / पिउणा से उज्झाओ स पूइओ वत्थमाईहिं // 182 / कमसो पवड्डमाणो धणदेवो जोव्वर्ण समणुपत्तो / निजियअणंगरूवो जाओ वरकामिणीदइओ // 183 / / अह अज्जओ-आर्थकामपितामहः / 2 पज्जओ प्रार्यकः प्रपितामहः / 3 धणियं गाढं / 4 वृत्तं जातं / 5 अम्बापितृभ्याम् / / उपनीतः समर्पितः / 7 स्तोकेन / 8 समस्तविद्याः / For Private and Personal Use Only