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इत्यादि शतककाव्य लिखे गये हैं। सन् 1982 में देववाणी परिषद् द्वारा स्फूर्तिसप्तशती का प्रकाशन हुआ। स्वप्नविज्ञानम् - पं. रामस्वरूप शास्त्री। अलीगढ विश्वविद्यालय प्रकाशन- 19601 हास्यविलास - डॉ. प्रशस्य मित्र शास्त्री। परिजात प्रकाशन, (कानपुर) द्वारा प्रकाशित ।
कर्नाटक
मिश्रपोखरा वाराणसी। व्यंजनाविमर्श - डॉ. रविशंकर नागर । वन्दना प्रकाशन, दिल्ली19771 शक्तिजयम् - डॉ. भोलाशंकर व्यास। शतपत्रम् (खंडकाव्य) - डॉ. रेवाप्रसाद द्विवेदी (सनातन) शरदिन्दुमुखी - डॉ. बटुकनाथ शास्त्री खिस्ते । वाराणसी निवासी। शिशुकाव्यम् - वासुदेव द्विवेदी। सार्वभौम संस्कृत प्रचार कार्यालय (वाराणसी) द्वारा प्रकाशित।
शुम्भवधम् (महाकाव्य) - ले. वसंत त्र्यंबक शेवडे। वाराणसी निवासी। दुर्गासप्तशती के आधार पर भवानी की वीरगाथा इस महाकाव्य का विषय है। उत्तर प्रदेश शासन पुरस्कार प्राप्त। श्रीमालवीयचरितम् - रामकुबेर मालवीय। श्रीमोतीबाबाजामदारचरितम् - वसंत त्र्यंबक शेवडे। श्रीराधाचरितम् (महाकाव्य) - कालिकाप्रसाद शुक्ल। सुधीप्रकाशन, वाराणसी (1965)। श्रीस्वामिविवेकानन्दचरितम् (अठारह सर्गात्मक) - श्री. त्र्यंबक शर्मा भाण्डारकर। भारतमनीषा संस्कत ग्रन्थमाला द्वारा प्रकाशित- 1973। श्रीहरिसंभवमहाकाव्यम् - महाकवि- अचित्यानन्द वर्णित (अठारह सर्गात्मक महाकाव्य) स्वामी नारायण मंदिर मच्छोदरी, वाराणसी। सप्तर्षिकाँग्रेस (नाटक) - डॉ. रेवाप्रसाद द्विवेदी। साहित्यबिन्दु - पं. छज्जूराम शास्त्री। विद्यासागर प्रकाशन, मेहेरचन्द्र लक्ष्मणदास संस्कृत पुस्तकालय- दिल्ली (1961)। साहित्यविवेक - डॉ. विश्वनाथ भट्टाचार्य। वाराणसी। सीताचरितम् (महाकाव्य) - डॉ. रेवाप्रसाद द्विवेदी (सनातन) (10 सर्ग)। मनीषा प्रकाशन वाराणसी (1975)। सुरश्मिकाश्मीरम् - ले.- सुंदरराज। जन्म- सन् 19361 108 श्लोकों में काश्मीर प्रदेश के निसर्ग सौदर्य का वर्णन। श्री सुंदरराज भारत शासन के उच्चाधिकारी हैं। इनके जगन्नाथविषयक विविध स्तोत्र-काव्य प्रकाशित हुए हैं। सन् 1983 में प्रस्तुत काव्य देववाणी परिषद् (दिल्ली) द्वारा अंग्रेजी अनुवाद के साथ प्रकाशित हुआ। सूर्यप्रभा - श्रीनिवास शास्त्री। राजस्थान व उत्तर प्रदेश संस्कृत अकादमी द्वारा पुरस्कार प्राप्त। वाणीवेश्म (कलकत्ता) द्वारा प्रकाशित (1968)। स्फूर्तिसप्तशती - ले.- डॉ. शिवदत्तशर्मा चतुर्वेद । पिता- म.म. गिरिधरशर्मा चतुर्वेद। वाराणसी निवासी। जन्म सन् 1934। इस ग्रंथ में विविध 96 विषयों पर लिखित कविताओं का संग्रह किया है। प्रस्तुत लेखक द्वारा गोस्वामितुलसीदासशतकम्, विद्योपार्जनशतकम्, काव्यप्रयोजनशतकम्, काव्यकारणशतकम्
अद्वैतसुधासमीक्षा - विद्यामान्यतीर्थ । उडुपी मठ द्वारा प्रकाशित (1961) अलंकारशास्त्रे काव्यवैविध्यवादविमर्श - डॉ. के. कृष्णमूर्ति । नवीन रामानुजाचार्य संस्कृत पुरस्कार प्राप्त। मैसूर विश्वविद्यालय द्वारा 1955 में प्रकाशित । आत्मना आत्मानम् (नाटक) - बालगणपति भट्ट । श्रीरंगपटनम् के निवासी। इति जीवनव्रतम् (नाटक) - बालगणपति भट्ट। श्रीरंगपटनम् के निवासी। इन्दिराविभवम् - विघ्नेश्वरशर्मा। गोकर्णनिवासी। उपनिषद्-रूपकाणि - प्रो. के. टी. पांडुरंगी । बंगलोर वि.वि. । उपाख्यानरत्नमंजूषा (गद्य) - श्री. जग्गु बकुलभूषण । बंगलोर निवासी। कबीरदासशतकम् - डॉ. परड्डी मल्लिकार्जुन । धारवाड निवासी। कबीर के उलटबांत्तीयों (गूढदोहों) का अनुवाद । काकदूतम् - श्री. सहस्रबुद्धे। काव्यतरंगिणी - अनुवादक- सी.जी. पुरुषोत्तम। (मूल कन्नड काव्यों का अनुवाद) दो भाग- 1959 तथा 1969 में मैसूर से प्रकाशित। काव्यमलिका - डॉ. परड्डी मल्लिकार्जुन। (1977) काव्यांजलि (कवितासंग्रह) - प्रो. के.टी. पांडुरगी। अखिल कर्नाटक संस्कृत परिषद् द्वारा 1984 में प्रकाशित । कृष्णावेणी-वैभवम् - पंढरीनाथचार्य गलगली । विषय- कृष्णानदी का माहात्म्य। चन्द्रमहीपति - श्रीनिवासशास्त्री। जयन्तिका (गद्य कथा) - जग्गु बकुलभूषण । बंगलोर निवासी। द्वादशदर्शनसमीक्षा - डॉ. पी. सीताराम हेबर। शालिग्राम (उडुपी तालुका) निवासी (1980) धर्माष्टकम् (कवितासंग्रह) - तडकोड वादिराज। नचिकेताकथामृतम् (पंचसर्गात्मक) - डॉ. परड्डि मल्लिकार्जुन। (1977) प्रमाणसंग्रह - श्री. वादिराजाचार्य अग्निहोत्री। 1980 में द्वितीय
संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड /441
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