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8) अग्निपुराण - (अध्याय संख्या-383) :
1) मत्स्य, कर्म, वराह आदि अवतारों का वर्णन, 2) रामायण की कथा, 3) श्रीकृष्ण का चरित्र, 4) महाभारत आख्यान, 5) बुद्ध तथा कल्कि अवतार (इस पुराण में शास्त्रज्ञान अधिक विस्तार से निवेदित किया है। "आग्नेये ही पुराणेऽस्मिन् सर्व विद्या प्रतिष्ठिताः (385-25) यह स्तुतिवचन यथार्थ है। 9) भविष्य पुराण - अध्याय संख्या पूर्वार्ध 41. + उत्तरार्ध 171 :
1) नागपंचमी व्रत कथा, 2) सूर्यमाहात्म्य की कथा । इसमें अनेकानेक राजाओं का वर्णन है जो रानी व्हिक्टोरिया तक जाता है। 10) ब्रह्मवैवर्त पुराण (या शिवपुराण) : अध्याय संख्या-276 :
1) उषाहरण की कथा, 2) नारद जन्म कथा (ब्रह्मखण्ड), 3) सरस्वती, गंगा, लक्ष्मी में कलह, 4) गंगोपाख्यान, 5) गंगाविषणु विवाह कथा, 6) वेदवती की कथा, 7) तुलसी कथा, 8) सावित्री कथा, 9) समुद्रमंथन आख्यान, 10) दुर्गोपाख्यान, 11) बुद्धजन्म कथा, 12) समाधि वैश्य की कथा (प्रकतिखंड), 13) पार्वती की कथा, 14) स्कन्द एवं गणेश के जन्म की कथा (प्रस्तुत पुराण में गणेश को श्रीकृष्ण परमात्मा का अवतार कहा है), 15) गजानन की कथा, 16) कार्तवीर्य की कथा, 17) परशुराम की कथा (गणपति खंड), 18) श्रीकृष्ण की बाललीला, 19) तिलोत्तमा का आख्यान, 20) शिवपार्वती विवाह कथा, 21) कंसवध कथा, 22) रुक्मिणी स्वयंवर कथा, 23) मदनजन्म (श्रीकृष्णजन्म खंड) 11) लिंगपुराण- अध्याय संख्या :- पूर्वार्ध-108 + उत्तरार्ध 55:
1) दधीच क्षुप का आख्यान, 2) नन्दी की कथा, 3) शिव के 28 अवतार 12) वराहपुराण- अध्याय संख्या 218 :
1) गणेश जन्म की कथा, 2) नचिकेता का उपाख्यान, 3) द्वादशी माहात्म्य की कथा, (इस पुराण में विष्णु स्तोत्रों एवं पूजाविधियों का संग्रह अधिक मात्रा में है। 13) स्कन्द पुराण :
यह पुराण सनत्कुमार सूत, शंकर, वैष्णव, ब्राह्म तथा सौर नाएक 6 संहिताओं एवं माहेश्वर, वैष्णव, ब्रह्म, काशी, रेवा, तापी और प्रभास नामक सात खंडों में विभाजित है। श्लोक संख्या है 81 सहस्र। 1) दक्ष यज्ञ विध्वंसन, 2) समुद्रमंथन, 3) वृत्रासुरवध, 4) बलिबन्धन, 5) शिवगौरी विवाह, 6) कार्तिकेय जन्म, 7) तारकासुरवध, 8) शिवपार्वती की द्यूतक्रीडा, 9) कुपित शंकर का वनगमन (केदारखंड)। 10) अप्सराओं का उद्धार, 11) पार्वती जन्म कथा, 12) सोमनाथ माहात्म्य, कौरवपाण्डव युद्ध, 13) महिषासुरवध, 14) वेंकटाचल माहात्म्य, 15) सीतापहरण कथा, 16) छायारूप सीता (माहेश्वर खंडान्तर्गत कौमारिका खंड)। 17) तुलसीविवाह, 18) मदनदहन कथा, 19) कार्तिकेय जन्म कथा, 20) भू-वराह आख्यान (वैष्णवखंड)। 21) सीमन्तिनी भद्रायु का आख्यान, 22) शिवगौरी विवाह, 23) कार्तिकेय एवं श्रियाल राजा का आख्यान (ब्रह्मोत्तर खंड)। 24) पुरुरवा-उर्वशी कथा, 25) पद्मावती की कथा, 26) समूद्रमंथन कथा, 27) माधांता की कथा, 28) सत्यनारायण की कथा (रेवा खंड)। 14) वामन पुराण : अध्याय संख्या 95 :
1) शिव पार्वती चरित्र, 2) नर-नारायण उत्पत्ति, 3) वीरभद्र की उत्पत्ति, 4) मदनदहन कथा (अध्याय 5-6)। 5) देव-दानव युद्ध, 6) अंधकासुर की कथा, 7) सुकेशी कथा, 8) महिषासुर कथा (अध्याय 7-20)। 9) उमा का जन्म, 10) बल आख्यान (अध्याय 21-42)। 11) वेन चरित्र, 12) शिवपार्वती विवाह, 13) विनायक की उत्पत्ति, 14) चंड-मुंड वध कथा, 15) कार्तिकेय जन्म, 16) तारकोपाख्यान, 17) दंडोपाख्यान, 18) चित्रागंदाविवाह, 19) जंभासुरवध, 20) अंधक पराजय, 21) मरुतों की उत्पत्ति, 22) कालनेमिवध (अध्याय 43-73)। 23) धुंधुदैत्य पराजय, 24) पुरूरवा का आख्यान, 25) श्रीराम-चरित्र, 26) गजेन्द्रमोक्ष कथा (अध्याय 74-88)। 27) वामनावतार-चरित्र (अध्याय 89-95) । 15) कूर्मपुराण- अध्याय संख्या-पूर्वभाग 58 + उत्तरभाग 46 :
1) शंकर चरित्र, 2) दक्षयज्ञविध्वंस, 3) श्रीकृष्णचरित्र, 4) व्यास-जैमिनि कथा, (पूर्वभाग) 16) मत्स्य पुराण- अध्याय संख्या : 291 :
1) प्रलय काल तथा मनु-मत्स्य कथा, 2) पृथुचरित्र, 3) स्कन्दचरित्र, 4) तारकासुर वधोपाख्यान, 5) ययाति चरित्र 17) गरुड पुराण- अध्याय संख्या पूर्वखंड 221 + उत्तर खंड 35 :
1) कृष्णलीला (अ. 144)। 2) दशावतारों की कथाएं, 3) दक्ष की उत्पत्ति, 4) सती की उत्पत्ति
76/ संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथकार खण्ड
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