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ब्रह्मपुराण कुल अध्याय-245:
1) पार्वती उपाख्यान (अध्याय 30-50 )
2) श्रीकृष्ण चरित्र (अध्याय 180-212)
पद्मपुराण- कुल अध्याय-641:
1) समुद्रमंथन, 2) वृत्रासुरसंग्राम, 3) वामनावतार, 4) मार्कण्डेय एवं कार्तिकेय की उत्पत्ति, 5) राम - चरित्र 6) तारकासुरवध, 7 ) स्कन्द-विवाह, 8) विष्णु-चरित्र (सृष्टिखंड पंचमपर्व) 9) सोमशर्मा की कथा, 10) सकुला की कथा, 11 ) च्यवन का आख्यान (भूमिखंड), 12) शकुन्तलोपाख्यान, 13) उर्वशी
पुरुरवा - उपाख्यान, (स्वर्गखंड), 14 ) रामायण कथा, 15) शृंगी ऋषि की कथा, 16) उत्तररामचरित्र की कथा, 17) भागवत महिमाख्यान (पातालखंड), 18) रामकथा, 19 ) कृष्णकथा ।
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3) विष्णु पुराण- कुल अध्याय-126 :
1) ध्रुव - प्रह्लाद चरित्र, 2) अनेक काल्पनिक कथाएं (प्रथम अंश), 3) राजा भरत की कथा, 4) उर्वशी- पुरुरवा आख्यान, 5) ययाति कथा, 6) महाभारत की कथा, 7) रामचरित्र ( तृतीय अंश ), 8 ) श्रीकृष्ण चरित्र (पंचम अंश) 4) वायुपुराण कुल अध्याय 112 :
1) कृष्ण-राधा - चरित्र ( अ. 104) 2 ) गदाधर (विष्णु) आख्यान (अ. 105-112)
5) भागवत पुराण- कुल अध्याय-335 :
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1) शुकदेव की कथा, 2) परीक्षित का आख्यान, 3) नारद के पूर्वजन्म की कथा, 4) महाभारत युद्ध की कथा, द्रौपदी के पुत्रों की हत्या, 5) परीक्षित जन्म कथा, 6) यादवों का संहार, 7) श्रीकृष्ण का परमधाम गमन ( स्कन्द 1 ) । 8 ) कच्छपावतार कथा, 8) नृसिंहावतार कथा, (स्कंध 2 ) । वराह अवतार की कथा, 10) हिरण्यकशिपु और हिरण्याक्ष की कथा, 11) कर्दम-देवहूति की कथा ( स्कन्ध 3 ) । सती की कथा, 13) ध्रुव की कथा, 14 ) राजा वेन की कथा, 15) राजा पृथु की कथा, 16) पुरंजनोपाख्यान ( स्कन्ध 4 ) 17 ) प्रियव्रत चरित्र, 18) आग्नीध तथा राजा नाभि का चरित्र, 19 ) ऋषभदेव की कथा, 20) भरतचरित्र, 21 ) गंगावतरण की कथा ( स्कन्ध 5 ) । 22) अजामिल की कथा, 23 ) दक्षपुत्रों के विरक्ति की कथा, 24 ) विश्वरूप कथा, 25) दधिचि ऋषि की कथा, 26 ) वृत्रासुरवध, 27 ) चित्रकेतु की कथा, 28 ) हिरण्यकशिपु की कथा, 29 ) प्रह्लाद चरित्र ( स्कन्ध 7 ) । 30 ) गजेन्द्र उपाख्यान, 31 ) समुद्रमंथन एवं मोहिनी अवतार की कथा, 32 ) राजा बलि की कथा, 33) वामन चरित, 34 ) मत्स्यावतार की कथा, 35) राजा सुद्युम्न की कथा, 36 ) च्यवन ऋषि की कथा, 37) नाभाग और अंबरीष की कथा, 38 ) मान्धाता और सौभरि ऋषि की कथा, 39) राजा त्रिशंकु और हरिश्चन्द्र की कथा, 40 ) सगर का चरित्र ) 41 ) भगीरथ का चरित्र, 42 ) राम चरित्र, 43) परशुराम का चरित्र, 44 ) ययाति का चरित्र, 45 ) दुष्यन्त शकुन्तलोपाख्यान, 46 ) भरत का चरित्र, 47 ) राजा रन्तिदेव की कथा ( स्कन्ध 9 ) । 48 ) कृष्णजन्म की कथा, 49 ) पूतनावध कथा, 50) शकट-भंजन एवं तृणावर्त की कथा, 51) यमलार्जुन कथा 52 ) वत्सासुर एवं बकासुर का वध, 53 ) अघासुर वध, 54 ) ब्रह्माजी के मोह की कथा, 55) धेनुकासुर का वध, 56 ) कालियवध की कथा 57 ) प्रलंबासुर वध, 58) दावानल में गोपरक्षण, 59 ) गोवर्धनधारण, 60) शंखचूड वध, 61) अरिष्टासुर वध, 62 ) कंसवध, 63) रुक्मिणी स्वयंवर, 64) शम्बरासुरवध, 65 ) जाम्बवती एवं सत्यभामा से विवाह, 66 श्रीकृष्ण के अन्यान्य विवाहों की कथाएं, 67 ) उषा-अनिरुद्ध कथा, 68 ) राजा नृग की कथा, 69 ) साम्बविवाह की कथा, 70 जरासंध वध, 71) शिशुपाल वध, 72) सुदामा की कथा श्रीकृष्ण का परमधाम गमन ( स्कन्ध - 11 ) । 76 ) मार्कण्डेय
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( स्कन्ध-10)। 73 ) अवधूतोपाख्यान, 74) यदुवंश का नाश, 75) आख्यान ( स्कन्ध-12 ) ।
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6 ) नारदपुराण अध्याय संख्या पूर्वखंड-125 + उत्तरखंड-82 :
इस पुराण में मुख्यतया अनेक तीर्थक्षेत्रों का माहात्म्य, देवताओं के योग, धर्माचार आदि का प्रतिपादन अधिक मात्रा में है। केवल गंगावतरण कथा तथा धर्माख्यान इसमें उल्लेखनीय हैं।
7) मार्कण्डेय पुराण
अध्याय संख्या-137 :
1) इक्ष्वाकुचरित, 2) तुलसीचरित, 3) रामकथा, 4 ) नहुष कथा, 5) ययातिकथा, 6) अग्नि, सूर्य आदि वैदिक देवताओं के आख्यान, 7) हरिश्चन्द्र आख्यान, 8 ) दत्तात्रेय अवतार कथा, 9) मदालसा, 10 ) ऋतुध्वज तथा अलर्क के आख्यान (अध्याय - 44 तक)। 10) दुर्गासप्तशती ( अर्थात भगवती का चरित्र ) अध्याय 41-92 ) 11 ) नाभाग, करंधम, मरुत्त, नरिष्यंत इत्यादि महापुरुषों के चरित्र 12) श्रीकृष्ण चरित्र, 13) मार्कण्डेय चरित्र (अध्याय-93-137 ) ।
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संस्कृत वाङ्मय कोश ग्रंथकार खण्ड / 75