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SOCSONASAN संस्कृत-श्लोक-संग्रहः
(प्रथम भाग)
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839 संग्राहक
पूज्य जैनाचार्य श्री १००८ ( श्री धर्मदासजी म. सा की
सम्प्रदाय के शान्त स्वभावी ॐ प्र. मु. श्री ताराचन्द्रजी
म. सा. के श्राक्षानुवर्ती कविरत्न पं. मु. श्री सूर्य मुनिजी म. साहब 82908
प्रकाशकश्री धर्मदास जैन मित्र मंडल,
रतलाम (मालवा
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प्रथमावात्त
२०००
बी. सं. २४६६ वि.सं..१६६६
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