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वृरुणा
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बूको (ब) ० १ ली में ब्रेकर किसी पदार्थ की फक्की लगाना २ रुदन करना फिल्माना ३ सिल पर पीसना रगड़ना ।
वाली शीशे की मजबूत छड़ ।
सूच[स्त्री० कान कटे होने की अवस्था, वृचान
बु० [अ०] बुचर ] १ मांस के लिये पशु वध करने वाला कसाई । २ मांस का व्यवसायी । ३ पशु वध की क्रिया। -यांनी ५० पशु वध करने का स्थान कसाईखाना । मांस की दुकान।
कियो, को पु० १ बाहु, भुजा । २ स्त्रियों के बाहु का वस्त्र । ३ तालाब या बांध के दोनों किनारे । ४ किसी वस्तु की फक्की लगाने की क्रिया । फक्की की मात्रा । बूग-पु० १ भाले की नोक, धरणी । २ देखो 'बक' । बूस देखो''।
बूढ़ों (बी) - देखो बूडणी' (बी) ।
बूढ़ी-स्त्री० [देश०] भाले, बच्चे यादि के निचले शिरे में लगने बूट स्त्री० १ चारण कुलोत्पन्न एक देवी पु० २ एक प्रकार का हिंसक जानवर । ३ देखो 'बूट' । - वि० जिसके कान न हो, बूचा।
बूची - वि० (स्त्री० बूची ) १ जिसके कान कटे हों, कान कटा । २ छोटे-छोटे कानों वाला
बूबकी - स्त्री० १ कटे कान की गाय या बकरी । २ छोटे बूटकी- देखो 'बू'टी' |
कानों की बकरी।
बृहाड़-पु० हिरा
बूज - १ देखो 'बूझ' । २ देखो 'बू'झ' ।
बूजरणी (बी) - देखो 'बूझरणी' (बो) ।
यूजर पु० राजा नल द्वारा विजित एक प्राचीन देश बूजली- देखो 'बूझली' ।
बृजाणी (बी), जावली (बी) देखो मासी' (बी)। बूजी-देखो 'बूझ' ।
बूजौ पु० [देश०] १ खलिहान में चलने वाले बैलों के मुंह पर लगाई जाने वाली जाली । २ गाड़ी श्रादि पर लाद कर पानी लाने के जल पात्र का ढक्कन । ३ छोटा बच्चा । ४ देखो 'बू ंझौ' ।
बूजी - स्त्री० [देश०] ग्वार की फलियों का साग विशेष । बूझ पु० [सं०] बुद्धि] १ समझ, बुद्धि, ज्ञान २ देखो 'बू''। [३] देखो 'पू'
बूगर - देखो 'बूझागर' ।
बूझरणी (बी) - क्रि० [सं० बोधव्यम् ] १ बोध करना, समझना ज्ञान करना। २ गूढ़ विषय या मर्म समझना, रहस्य जानना । ३ अनुभव करना । ४ देखो 'पूछणी' (बी) । ५ देखो 'बुझखौ' (बो) ।
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बूझबूझाकर बूशबूसागर - वि० [सं० बुद्धि-बुद्ध्याकर ] १ बहुगुणी शानी, गुणज्ञ २ बहुतसी बातें जानने वाला, बहुत ३ मोहल्ले या गांव में सब से अधिक ज्ञानी, अनुभवी । ४ ज्ञानी होने का ढोंग करने वाला, पाखंडो ।
बूझली स्त्री० कान का प्राभूषण विशेष ।
बूभवल स्त्री० [सं० बोधनम् ] १ बोध करने या समझने की क्रिया या भाव। २ पूछने की क्रिया, पूछताछ ।
बूझवरणौ (बी) - १देखो 'बूझणी' (बो)। २ देखो पूछरणी' (बो) । ३ देखो 'बुझरणी' (बी) ।
सारणी (बी), सावली (बी) - कि० १ बोध कराना, समझाना
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ज्ञान कराना। २ गूढ़ विषय या ममं समझाना, रहस्य जनाना । ३ अनुभव कराना । ४ देखो 'पूछाणी' (बी) । ५ देखो 'बुझाणी' (वी) ।
बूटी देखो दृ'टी' ।
बूटी देखो 'बू'टी' |
मूठ- देखो 'बू'ठ' |
बूठी (at) - क्रि० [सं० वृष्टनम् ] १ बरसना, वर्षा होना । २ बौछार होना, झड़ी लगना । ३ तुष्टमान होना । ४] प्रवाहित होना। बूढो देखो 'बूंठी' |
बूड पु० [सं० डनम् ] १ डूबने की दशा, क्रिया या भाव। २ डुबकी लगाने का ढंग । ३ एक प्राचीन देश । ४ देखो 'बूढ़ी' ५ देखो 'बूढ़ी' ६ देखो 'बुढा' (पि, पी) - देखो 'बूढ़ण' ।
बूड
बूडली (बो) - क्रि० [सं० ब्रुड ] १ जल में समाना, डूबना । २ गहरे जल में जाना। ३ निमग्न होना, सीन होना, लिप्त होना । ४ किसी विषय या विचार में खो जाना । एकाग्रचित्त होना। ५ नाश होना, मिटना समाप्त होना। ६ पतन होना, गिरना, ह्रास होना । ७ भयंकर प्राधिक हानि होना ।
परवा परवा स्त्री० [सं० वृद्ध-पूर्व-वायु] माग्नेय कोण से बहने वाली हवा |
arit (at), वूडrant (बी) - क्रि० १ जल में डुबाना | २ निमग्न, लीन या लिप्त करना । ३ तन्मयता लाना, एकाग्रता लाना । ४ नष्ट करना, मिटाना, समाप्त करना । ५ गिराना, पतन करना, ह्रास करना । ६ घेरे या प्रभाव में लाना, फंसाना, उलझाना ७ धाविक हानि पहुंचाना। बूदो-देखो 'बूढ़ों'।
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बूढ़- स्त्री० १ वृद्धता, वृद्धपना । २ देखो 'बूढ़ों' । ३ देखो 'बूढ़ण' । बृजपु० [सं०] वृद्ध-जनित] वृद्धावस्था की संतान