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फाललो
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( १४१ )
फातळी वि० [देश०) (स्त्री० फावळी) १ कायर, डरपोक २ देखो 'फाल्ड़ो' |
फातिया, फातिहा स्त्री० [० फातिह] १ प्रार्थना विनती । २ वंदना | ३ मृतक के नाम पर दिया जाने वाला चढ़ावा । फाबीजली (बी) कि १ अर्थ संकट से घबराना २ भ्रम में
फारकती देखो 'फारवती'।
फारकी स्त्री० [देश०] हाथी की पीठ पर रखी जाने वाली श्रम्बारी विशेष |
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फारक्क- १ देखो 'फारक' । २ देखो 'फारकी' ।
फारवती फारवती स्त्री० [प० फारिग+फा०वती ] १ कर्ज उधार लेन-देन घादि का निपटारा प्रदायगी २ उक्त प्रकार के लेन-देन के निपटारे पर की जाने वाली रसीद ।
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पड़ जाना ।
काथी - वि० [देश० ] ( स्त्री० फाथी ) १ शीघ्रता करने वाला फारसी - पु० [फा०] १ फारस देश का निवासी। स्त्री० २ फारस की भाषा व लिपि । -पोस वि० फारसी जानने वाला । फारिग - वि० [अ०] १ निवृत्त । २ छुटकारा पाया हुआ, मुक्त । २ पूर्ण समाप्त । ३ मस्त, बेफिक्र ।
उतावला । २ भूला हुआ, भ्रमित । फाफड़ो, फाकरी- पु० [देश०] १ गेहूं की पतली रोटी २ सूखी रोटी ।
फाफनवड-देखो 'फोफानंदफद' । फावली (बी० [सं० प्रभवनम् ]
फारोज-पु० दण्ड स्वरूप लिया जाने का अतिरिक्त कर । फाळ - स्त्री० [सं० प्लव] १ छलांग, कुदान, फलांग । २ हल का
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१ उपयुक्त स्थान पर शोभित होना, जचना । २ सुन्दर लगना । ३ उपयुक्त व अवसर अनुकूल लगना । ४ अपनी स्थिति के अनुकूल ठीक होना ।
नुकीला भाग । ३ हल की फाल को गरम कर अपराधी को सजा देने की एक प्राचीन क्रिया [अ० फाल] ४ पासा फेंक कर रमल में शुभाशुभ बताने की क्रिया ।
फावी पु० १ पैर का पंजा २ कोल्हू की लाट के शीर्ष में लगने काल-पु० [सं० फल, फालः] १ मूंग, मोठ धादि की फलित होने की अवस्था । २ वस्त्र खण्ड । ३ सूती कपड़ा । ४ शस्त्र का पैना भाग ।
का डंडा ।
३ छुटकारा मुक्ति ४ पूर्व लेन-देन के चुकता होने की लिखावट व लेख पत्र |
फारग-१ देखो 'फारक' । २ देखो 'फारिग' ।
फाथ स्त्री० [देश०] १ प्रत्यन्त लोभ, लालच । २ हाय तोबा । ३ प्रातुरता ।
फायदेमंद (मंद) - वि० [अ० फाइद: + फा० मंद] १ लाभदायक लाभप्रद । २ हितकर । ३ स्वास्थ्यवर्द्धक । फायदौ- पु० [अ० फायद: ] १ लाभ। २ हित, भलाई । ३ प्राप्ति प्रार्थिक लाभ । ४ सुधार । ५ बचत । ६ निष्कर्ष, नतीजा । ७ प्रतिशोधात्मक गुण ।
फायोफीटी - वि० [देश० ] ( स्त्री० फाइफीटी) हक्का-बक्का फालडी स्त्री० १ एक प्रकार का श्राभूषण। २ देखो 'फाल' । फालणी (बी) - क्रि० [सं० फलम् ] फल युक्त होना ।
भौंचक्का ।
अावश्यकता से अधिक हो, अतिरिक्त । ४ बेकार, निकम्मा । फालर, फालरियौ, फालरी- पु० [देश०] १ बकरा । २ देखो
'दान' ।
फार वि० [सं० स्फार ] बहुत अधिक। स्त्री० [सं०] स्फारम् ] फालतू - वि० [देश०] १ व्यर्थ, निरर्थक । २ अनुपयोगी । ३ जो प्राधिक्य, अधिकता, विपुलता । फारक - वि० ० १ हल्का-फुल्का । २ सहज, सरल । ३ जो अधिक भार- बोझ वाला न हो। ४ जिसकी चाल बोझिल न हो । ५ स्फूर्तिवाला, फुर्तिला । ६ हल्का, घटिया । [सं०] स्फारकम् ] १ शत्रु, दुश्मन । २ योद्धा, वीर । ३ शस्त्रधारी पैदल सिपाही । ४ बच्चों का एक खेल विशेष ५ देखो 'कारिय' ।
- पु० | फाळसो, फालसो - पु० [अ० फालसा ] १ एक प्रकार का वृक्ष ।
२ इस वृक्ष का फल |
फालि स्त्री० [देश०] फांक | फालिज - पु० [अ० फालिज ] एक प्रसिद्ध वात रोग जिससे शरीर का दायां या बायां भाग निष्क्रिय हो जाता है । पक्षाघात ।
फालियो देखो 'फाळ' |
फाली - पु० १ वस्त्र का टुकड़ा । २ साड़ी । ३ पहेली ( मेवात ) । फालीय पु० एक प्रकार का प्राभूषण ।
फाली पु० [देश०] जलने या चोट प्रादि से शरीर पर होने वाला फफोला ।
फालो
फारस
स- वि० [सं० पारस्य ] फारस देश संबंधी, फारस देश का । - पु० १ ईरान देश का पुराना नाम । २ इस देश का निवासी । ३ देखो 'फारसी' ।
फालक - पु० एक प्रकार का वृक्ष । फालका स्त्री० [सं०] [] छलांग, कुदान
फाळकौ, फालको पु० [देश०] १ भाग में तेज गरम की हुई लोह की छड़ । २ अंगारा । ३ देखो 'फालौ' ।
फालगुण - १ देखो फाल्गुन' २ देखो 'फागरण' । फालगुली देवो'फाल्गुनी' ।
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