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उपाहसी
उमास
उबाहरणौ (बौ)-कि० प्रहार हेतु उठाना । उलीचना । २ जोश । ३ ग्रानन्द, उल्लास । ४ अभिलाषा, इच्छा । उभारना।
५ एक डिंगल गीत। उधेड़-पु० को के पानी का उठाव । गहराई ।
उमंगणी (बौ)-क्रि० १ उत्साहित होना, सुखद मनो भाव जागृत उबेड़णी (बौ)-क्रि० १ उन्मूलन करना, उखाड़ना । २ टांके होना । २ जोश आना । ३ आनन्दित होना । ४ अभिलाषा खोलना । ३तोडना । ४ चीरना।
या इच्छा करना। ५ उमड़ना, ऊपर उठना । ६ प्रावेश युक्त उबेड़ा-देखो 'ऊबड़ौ'।
होना । ७ छा जाना, आच्छादित होना । ८ बढ़ना। उबेधौ-वि० उदण्ड । दुष्ट । उत्पाती । असुर ।
उमंडणी (बौ)-क्रि०अ० १ उमड़ना, ऊपर उठना । २ अावेश उखेत लण)-देखो 'ऊबेळ' (ल)।
में आना । ३ बढ़ना । ४ खौलना । ५ छाना, पाच्छादित उबेल्टरगौ (बौ)-क्रि० १ रस्सी की ऐंठन खोलना । २ सीमा
होना । ६ दान देना। रहित करना।
उमंत (त्त)-१ देखो 'उनमत्त' । २ देखो 'उमत' । उबेलगो (बी)-कि० महायता, मदद करना । रक्षा करना।
उमंदा-देखो 'उमदा'। बचाना।
उमग-देखो 'उमग्ग। उबेळू-देखो 'ऊबेळ' ।
उमगणौ (बौ), उमगारणौ (बौ)-देखो 'उमंगरणी' (बी) । उब-देनो 'अभय'।
उमग्ग-बिना मार्ग. उवट । उबैलौ-देखो ऊबेल'।
उमड़ (रण)-पृ० १ बाढ, बढ़ाव । २ भराव । ३ घेराव, धावा । उन्बटणी (बौ)-देखो 'उबट गौ (बी) ।
४ उठान । उन्म-देखो 'ऊमी'।
उमड़ली (बी), उमटणी (बौ)-कि० १ जोर से बढ़ना, बढ़कर उन्म-देखो 'उभय'।
पाना । २ऊपर उठना । ३ छाना, पाच्छादित होना । उमई-देखो 'उभय'।
४ फैलना । ५ घरना। ६ अावेश में माना। उभड़गी (बी)-किन उभरना । ऊंचा उठना । बहकना। | उन्नरग दूमरणो-देखो 'ऊमगमगी'। (स्त्री० उमरण दुमगी) भड़कना।
उमत '.. [अ० उम्मन] १ धर्म विशेष के अनुयायी । २ देखो उभमत-पु० विचित्र, अद्भुत ।
उनमत । उभय-वि० [सं. दो, दोनों। -वादी-वि०द्विपक्षी। स्वर उमदा वि० [फा० उम्दा] १ श्रेष्ठ, उनम, बलिया । २ अच्छी
ताल दोनों का बोध कराने वाला। -विपुला-स्त्री० आर्या । जाति का । -पृ० ऊंट । छद का एक भेद।
उमया-देखो 'उमा' । -- ईस्ट वर-पु० शिव । उपरांग, (रांगो)-देखो 'उबाणौ' । (स्त्री० उभरांणी)।
उमर-स्त्री० [अ० उम्र] १ अवस्था, वय, आयु । २ एक प्रकार उभांखरियो, उभांखरौ-वि० (स्त्री० उभांखरी) १ भ्रमणशील । का वृक्ष । २ योद्धा, वीर।
उमराव, उमरौ-देखो 'अमराव' । उभारणौ-देखो 'उबांणी'। (स्त्री० उभाणी)।
उमस-स्त्री० उष्णता, गर्मी । अत्यधिक गर्मी । २ वर्षा सूचक उभांबरौ-देखो ऊबांबरौ' ।
गर्मी। उभाड़, उभार-पु० [सं० उद्भिदन] १ उठान, ऊंचाई ।
। उमा--स्त्री० [सं०] १ पार्वती, देवी, दुर्गा । २ कान्ति, दीप्ति । २ अोज । ३ विकास । ४ जोश । -दार-वि० उभरा
३ कीर्ति । ४ शांति । ५ रात्रि । ६ हल्दी । ७ अलसी।
- कंवर, कुमार-पु० कातिकेय । गणेश । --गुरु-पु० हुप्रा।
हिमाचल। -धव, पत, पति-पृ० शिव । उभारणौ (बौ)-क्रि० १ ऊपर उठाना, ऊंचा करना । २ प्रगट
उमाज-पृ० उनमाद। करना । ३ स्पष्ट करना । ४ विकसित, करना । ५ उठाये
उमादे-पु० राजस्थानी लोक गीत । रखना । ६ प्रहार हेतु शस्त्र उठाना । ७ उकसाना, उत्तेजित
उमायो-वि० (स्त्री० उमायो) उमंगित । करना । ८ मूछ पर हाथ रखना, ताव देना । ९ बचाना,
उमाव (डौ), उमावी-पु० १ उत्साह, उमंग । २ उत्कण्ठा । रक्षा करना।
३ अभिन्नापा । ४ याद, स्मरण । -वि० उत्कंठित । उभीकील-स्त्री० सीधी जड़ । मुसला जड़ ।
उत्साहित । उत्सुक । उभे, उभ्भय. उम्भ-देखो 'उभय' ।
उमावरणौ (बी)-देखो 'उमाहगौ' (नौ) । उपंग-स्त्री. १ चित का उभाड़, मुखद मनोवेग, उत्साह । | उनास-स्त्री०१ उमंग । २ उमस ।
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