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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उमाह ( १५१ ) उरमला उमाह, (हउ)-देखो 'उमाव' । उरज-पु. [सं० ऊर्ज] १ कात्तिक मास । २ देखो 'उरोज'। उमाहड़ (हड़ौ)-देखो 'उमाव' । उरजस-पु० [सं० ऊर्जस्] १ अवसर, मौका । २ सामर्थ्य । उमाहणौ (बी) उमाहिणी (बौ)-क्रि० १ उत्साहित होना, -वि० समर्थ शक्तिशाली। उमंगित होना । २ हर्षित होना, प्रसन्न होना। ३ आवेश | उरण-पु० [सं० उरणः] १ भेड़, मेष । २ बादल । ३ भेड़ की में पाना, जोश में पाना । ४ कटिबद्ध होना । ५ उत्कट ऊन । ४ एक दैत्य जिसे इन्द्र ने मारा था। ५ यूरेनस-ग्रह । इच्छा करना । ६ उमंगित होना। ___-वि० [सं० उऋण ऋणमुक्त । उमाहौ-देखो 'उमावौ'। उरणियौ-पु० भेड़ का बच्चा । मेमना । उमिया-स्त्री० उमा । -पत, पति, वर-पु. शिव । उरतल-पु० [सं०] १ वक्षस्थल के नीचे का भाग । २ स्तन । उमिरायत-देखो 'अमीरायत' । उरदी-देखो 'उड़दी'। उमीर-देखो 'अमीर'। उरदुत-पु० स्तन । उमीरी-देखो 'अमीरी'। उरद्ध-वि० [सं० ऊर्ध्व] १ उन्नत, ऊंचा । २ उल्टा, विपरीत । उमेद-स्त्री० [फा० उम्मीद] १ ग्राशा, भरोसा । २ आश्रय । ३ उठा हुअा, उभरा हुअा । ४ खड़ा हुआ, सीधा । ५ टूटा ३ एक प्रकार का घोड़ा । -वार-पु० अाशार्थी ।। हुा । -पु० आकाश । -क्रि० वि० ऊपर, ऊपर की ओर । परीक्षार्थी । रंग विशेष का घोड़ा। -लोक-पु० देवलोक, स्वर्ग । उभेलरणौ (बौ)-क्रि० [सं० उन्मेलनम् ] उठाना । उरद्धर-पु० हृदय, दिल । उमेस-पु० [सं० उमा+ईश] १ शिव, महादेव । २ गर्व, घमंड। उरध-देखो 'उरद्ध' । उदा-देखो 'उमदा'। उरधनोक-पु. अट्टालिका । अटारी । उम्मया-देखो 'उमा'। उरधगत (गति)-स्त्री० १ ऊर्ध्व गति । २ स्वर्ग । -वि० ऊंचा । उम्मो-स्त्री० रोहं या 'जौ' की बाली। उरर्धापड-पु० इन्द्र। उम्मीद, उम्मेद-देखो 'उमेद' । -वार- उमेदवार'। उरधबाहू-देखो 'ऊरधबाहु' । उम्हारणी (बौ)- देखो 'उमाहगौ' (बी)। उरधमूळ-पु० शिर। उयइ- म० उम। उरलिंग-पु. शिव । उयबर--पु० तकिया। उरधसास-पु. ऊर्ध्व श्वास, उल्टी श्वास । उयां- सर्व० उन, उन्होंने । उरध्यांनी-पु० ऋषि । ज्य-सर्व० इस । उरन-१ देखो 'उरण' । २ देखो उरिण' । उरंग, (गम)-पु० [सं० उरग] सर्प, सांप । उरनेम-स्त्री० सती। उर-पु० [सं० उरस्] १ हृदय । २ मन । ३ वक्षःस्थल, छाती। उरनौ-पु० भेड़ का बच्चा (मेवात)। ४ स्तन, कुच । [सं० उरः] ५ भेड़ । उरप-पु० एक प्रकार का नृत्य । उरग-पु० [सं०] सर्प, सांप । --परि-पु० गरुड़ । उरबरा-स्त्री० [सं० उर्वरा] १ उपजाऊ भूमि । २ पृथ्वी। उरगाद-पु० गरुड़। ३ एक अप्सरा । उरगाधोप-पु० शेषनाग । उरबळ (ळ्ळ)-पु० १ साहस । २ शौर्ष । बहादुरी। उरड़ (डौ)-स्त्री० १ युद्ध, लड़ाई। २ आक्रमण, हमला। उरबसी (ब्बती)-स्त्री० [सं० उर्वशी] १ एक अप्सरा का नाम ३ माहम, पराक्रम । ४ जोश, आवेश । ५ उमंग । ६ जबर २ अप्सरा । दस्ती । ७ निकिता । ८ ध्वनि विशेष । ९ उत्कंठा । उरबाणी. (भांगो)-देखो 'उबांगौ' (स्त्री० उरवांगी)। १० शक्ति, बल । ---उरड़-क्रि०वि०-धींगामस्ती से । । उरबी (ब्धिय)-देखो 'उरबो' । -वि• अधिक, बहुत । उरमंड ग, (मंडन मांडग)-पु० स्तन, उरोग । उरडणी (बी)-क्रि० १ अागे बढ़ना । २ जोश में प्राना। माहस करना । ४ लड़ाई या अाक्रमण करना । ५ उत्सा- म हित होना । बलात् धंसना । उरमळ -पु० अज्ञान । उरडो-पु. जबरदस्ती धमने का भाव । -वि० जबरदस्ती धंसने उरमला, (मिला)-स्त्री० [सं० उमिला लक्ष्मण की पत्नी का नाम । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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