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८. पदुमावदी उदअणस्स दिण्णा
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कंदुअ-( कन्दुक ) चेंडू. कण्णचूलिआ--( कर्ण चूलिका ) कर्णफूल. राअ--( राग ) लाल, प्रेम. णिवत्तीअदु-- ( निवर्त्यताम्-परिसमान्यताम् ) उपभोग करे (उपभोग दे
(घालवू दे) अभिदो--( अभितः ) साणुक्कोस--( सानुक्रोश ) दया, कृपा समुदाआरो--( समुदाचारः ) मर्यादा ( चाल रीत ) सुलहपय्यवस्थाणाणि-(सुलभानि पर्यवस्थानानि सुलभं पर्यवस्थानं येषां तानि)
सुलभता से पूर्वस्थिति पर आनेवाली ( सहजपणे पूर्वस्थितिवर येणारी)
९. मुक्खत्तणस्स पाहुडो
कंचुइ-( कञ्चुकिन् ) अन्तःपुर का प्रतिहारी ( अंत:पुरातील द्वारपाल ) दाई--(दे.) दाई. धत्ती-(धात्री) दाई. णिहालण--(निभालन ) निरीक्षण, अवलोकन अभिदो-( अभितः ) चारों ओर, समन्तात् ( चोहोकडे) आविट्ठ--( आविष्ट ) व्याप्त, आवृत्त। बाह-बाध ) विरोध करना, पीडा करना (विरोध करण, पीड़ा देणे )
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