________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (94) द्रमणिरेखारोमराजिरमणीयमुक्तादिमणिमण्डित समस्तवि श्वाश्रयोदरायै नमः // 36 // चलदलसमानाकार० विश्वा श्रयोदरं पू० // 36 // श्रृंगाररसापूर्णनिम्ननाभिसरोवररुद्र नेत्राग्निसंदह्यमानानंगकलेवरसंगसमुत्तिोपरिदेशदूरगतधूम सूक्ष्मावलीरोमावल्यै नमः // 37 // शंगार० सूक्ष्मरोमावली पू०॥ 37 // कामेशविहाराद्रिकुचकमायेंद्रनीलमणिसरणिसूक्ष्मरोमावल्यै नमः // 38 // कामेश० सूक्ष्मरोमावली पू० // 38 // कामेश्वरमनःक्रीड़ाकमनीयकमलाकरनामिमंडलायै नमः // 39 // कामेश्वर० कमनीयकमला करनाभिमंडलं पू० // 39 // कामेश्वरनयनाक्रीड़नाभिसरोवरपद्मरागरत्नसोपानावलीत्रिवल्यै नमः // 40 // कामे श्वर० नाभिसरोवरपद्मरागरत्नसोपानावालीत्रिवली पू० // 40 // स्वजनमनःशुद्धिसंपादकत्रिवेणिकात्रिवल्यै नमः // 40 // स्वजन त्रिवली पू० // 40 // कणितकिंकिणी राजमानक्षुद्रघंटिकाविराजमान कटिमेखलाविभाजमानमुक्ता फलहारभारविलसिताद्भुतशोभाशालिश्री मत्कुचपर्वतभारा तिखदायमान सौंदर्यातिशयत्रुध्यमान कामेश्वरमुष्ठिग्राह्यमान निजभृत्याशीलब्धत्रिवलित्रिबंधनक्षेमायमान भगवत्कामेशभाग्यविलसितवर्तमानमध्यायै नमः // 11 ॥कणित. कामेशभाग्यविलसितवर्तमानकठितटीं पू० // 11 // वा. ङ्मनोविषयमहिमशाल्यानन्दविद्युदात्याकार दीर्घपार्श्वयुग लायै नमः // 12 // वाङ्मनो० आनन्दकारिविद्युदाकत्या . कारदीर्घपार्श्वयुगलं पू० // 12 // रुतविश्वविजयमहीपा For Private and Personal Use Only