________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 22 ) तदेवहिसगुणरूपं कदाद्रक्ष्ये // 72 // यस्या रुपामहिना मूकःकश्चिद्धि कविसमाट // जातःकांचिनगर्या मदतचरितां कदाद्रक्ष्ये // 73 // कल्पलतांकामरेः कुचफलफलितां सुहस्त पल्लविताम् // सुरभिमुखाब्जसुफुल्लां द्रक्ष्ये करुणारसोपेताम् // 74 // अंतःसौषुम्णांत श्चामूलाह्यरंधांतम् // ज्योतिले खेवसतां यातांभातिहि कदाद्रक्ष्ये // 75 // भंडासुरमहि षासुर शुंभनिशंभादिसंहंत्री // याश्रीललितामाता हृत्कमले तांकदाद्रक्ष्ये // 76 // पुंभावेदंभावं विरचतियातां वलादेव // दिव्येमव्येसव्ये प्रणयेनमुदाकदाद्रक्ष्ये // 77 // प्रलयेयाहरि माह श्लोकार्द्धनौपनिषदात्म्यम् / सकलंभागवतार्थ तांग्रेम्णा हकदाद्रक्ष्ये // 78 // मंदस्मितेनयस्याः समतांज्योत्स्नासुधा नसंयाति // प्राकाश्येमाधुर्येशैत्ये गंगाकदाहितांद्रक्ष्ये 79 // स्वजनंरक्षणकामा स्मेरविभूतिहि दिक्षुविक्षिपति // शिवा यहाशयासास्याद्गस्तं तृष्णापिशाचिन्या // 80 // स्वाभाविकाभिरामा त्रिभुवनधामांशिवांकमणिधामाम् // श्यामां कांचनरामां सुललितनामांकदाद्रक्ष्ये // 81 // स्वचरणशरण जनानां त्वरितंकायंकरोत्यस्मात् / / त्वरितानित्यं नाना ख्यातायातांकदाद्रक्ष्ये // 82 // नित्यंतिनंहदयं यस्यारुपयाच भक्तेषु // नित्यंक्लिन्नास्तीति ख्याताहंतांकदाद्रक्ष्ये // 23 // नीवुद्धिविहीनं कृपणंचापल्यसंयुक्तम् // यद्यप्यवगुणसिंधुंया मांपुष्यतिकदाहितांद्रक्ष्ये // 84 // पीयूषार्णवमध्ये हेमगिरौ कल्पभूरुहारामे // चिंतामणिगृहवसतिर्यस्यास्तांत्वांकदाद्रक्ष्ये // 85 // तल्पेपरमशिवाख्ये मञ्चेयाब्रह्मपञ्चके / मुदिताद्र For Private and Personal Use Only