________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (102 ) मंत्रपतकलार्चितम् // स्वरूपानन्ददंपणे तेर्पयेसुखरूपिणि 54 इतिपरामृतसीधुरस समर्पणम् // जलभूमिवियच्चारि भक्ष्यमांसंसुसंस्कृतम् // स्वानन्देनसदातुष्टे तुभ्यमम्बसमर्पये // 55 // इतिसंस्कृतभक्ष्यपललसमर्पणम् // यदन्नपूर्णयाविभ्व मन्नदानेनपुष्पते // तस्यै चतुर्विधंचानं षड्रसोपेतमर्पये // 56 // इतिनैवेद्यसमर्पणम् // स्वानन्दस्वांतशीतायै तुष्टि पुष्टि करेपये // शैशिरंगांगमुकदं पानार्थेतेसुगन्धितम् // 57 // इतिमध्येपानीय समर्पणम् // अनेकजन्मसत्कर्म फलरूपपदा म्बुजे // नानाफलानिपक्कानि सुमिष्टानिसमर्पये॥५८ // इति फलसमर्पणम्।शिवेसुधापिधानंच गांगवारिमयार्पितम् // तेना म्बाचम्यतांभतया विश्वशुद्धिविधायिनि / / 59 // इत्युत्तरापोसनम् // सुसूक्ष्मेणान्नचूर्णेन करोद्वर्तनकंतथा // कारयामिशिवे चन्द्रचूर्ण संमिश्रितेनच // 60 // इतिकरोद्वर्तनम् // करप्रक्षा लनसाधु कारयामितथामुखम् // प्रक्षालनंदंतशुद्धिं कर्पूरशकलै जलैः / / 61 // इतिकरमुखप्रक्षालनम् // मुखचन्द्रविमृष्टार्थ करमृष्टार्थमेवच // सूक्ष्मवस्त्रंतवार्थेहि शिवेसुष्टुसमर्पये // 6 // इतिकरमुखमष्टार्थसूक्ष्मवस्त्रसमर्पणम् // पाद्यमाचमनीयंते सौगंधेिकजलेनच // करौसुरभिसंयुक्तौ कारयामिसुगंधिनि / / 63 // इतिपाद्याचमन करसुरभिसमर्पणम् // विद्रुमाधरसं. शोमि स्वभावसुरभीकृते // कर्पूरवीटिकांश्रीमन्मुखेतेमातरम् ये // 64 // इतिकर्पूरवीटिकासमर्पणम् // कटाक्षकिंकरी भूत लक्ष्म्यै कनकदक्षिणाम् // ददाम्यहमित्यज्ञानम् तत्क्षम. स्वशिवम्बिके // 65 // इतिकनकदक्षिणासमर्पणम् // त्वद For Private and Personal Use Only