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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनुकम्पन 235 अनुकुल/अनुकूल भदन्ते, भत्तेनच्छादनेन च पे. व. 437; - म्पितब्बा सं. कृ., करता है - स्सामि उ. पु., ए. व. - सिलोकमनुकस्सामि, - अनुकम्पितब्बा ति मनोभावनिया, सद्द. 2.556. दी. नि. 2.186; अनुकस्सामीति अक्खरपदनियमित अनुकम्पन नपुं., [अनुकम्पन], दया, करुणा, अनुग्रह, चित्त वचनसङ्घातं पवत्तयिस्सामि, दी. नि. अट्ठ. 2.248. की कोमलवृत्ति - पच्छिमजनतं अनुकम्पनतो धम्मगरुभावतो अनुकार पु., [अनुकार], अनुकरण समानता, सदृशता - च, म. नि. अट्ठ. (मू.प.) 1(2).136; - सील त्रि., दयालु, तेसञ्च अनुकारेन, दी. वं. 5.39. कृपालु, दयार्द्रचित्त - ये अनुकम्पनसीला कारुणिका .... अनुकारण नपुं, गौण-मत, गौण-सिद्धान्त - धम्मस्स च पे. व. अट्ट. 13. अनुधम्म ब्याकरोन्तीति भोता गोतमेन वृत्तकारणस्स अनुकारणं अनुकम्पा स्त्री., [अनुकम्पा], करुणा, दया, अनुग्रह - कथेन्ति, दी. नि. अट्ट, 1.259. दयानुकम्पा कारुझं करुणा च अनुद्दया, अभि. प. 160; अनुकारी त्रि., [अनुकारिन्], अनुकरण करने वाला अन्य के पाणेसु अनुद्दया अनुकम्पा अविहेसा भविस्सति, पारा. 48; समान या दूसरे जैसा प्रतीत होने वाला - अनुकम्पाति परदुक्खेन चित्तकम्पना, पारा. अट्ठ. 1.230; - रजतरज्जुसतानुकारी, दाठा. 5.32; एवं धामिळयोधा ते म्पं वि. वि., ए. व. - भगवता ... अनुकम्पकेन अनुकम्प मारयोधानुकारिनो, चू. वं. 80.70... उपादाय, उदा. 96; - म्पाय च./प. वि., ए. व. - चत्तारि अनुकिरिय स्त्री., [अनुक्रिया], अनुकरण, नकल, स्वाङ्ग अरियसच्चानि, अनुकम्पाय पाणिनं थेरगा. 492; साधु निब्बापनं करना - देवदत्तो इदानेव मम अनुकिरियं करोन्तो विनासं बहि, अनुकम्पाय गोतम, थेरगा. 1232; - जातिक त्रि., ब. पत्तो, जा. अट्ठ.2.31; बुद्धलीळाय धम्म देसेस्सामीति तुम्हाकं स. [अनुकम्पाजातिक], अनुकम्पा से सम्पन्न स्वभाव वाला, अनुकिरिय करोती ति वुत्ते ..., ध. प. अट्ठ. 1.83. दयालु, कृपालु - ब्राह्मणा अनुकम्पाजातिकयेव दानं देन्तीति. अनुकुल अ. [अनुकुलं], कुल-परम्परा के अनुरूप, प्रत्येक म. नि. 2.428. कुल या परिवार में - ये च या निरारम्भा, यजन्ति अनुकम्पी त्रि., [अनुकम्पिन्], दया करने वाला, अनुकम्पा अनुकुलं सदा, स. नि. 1(1).93; अनुकुलन्ति अनुकुलेसु करने वाला, दयालु, करुणालु, कृपालु, अनुग्रह करने वाला यजन्ति, यं निच्चभत्तादि पुब्बपरिसेहि पट्टपितं, तं अपरापरं - सब्बे च पाणे मनसानुकम्पी, पहूतमरियो पकरोति पुज, अनुपच्छिन्नत्ता मनुस्सा ददन्तीति, स. नि. अट्ठ. 1.129. खु. पा. अट्ठ. 135; अ. नि. 3(1).2. अनुकुल' त्रि., वंश परम्परा के अनुरूप चलने वाला - दुवे अनुकरण नपुं.. [अनुकरण]. अनुविधान, अनुकृति, किसी ___धीता चानुकूला कुलानुच्छविका अहुं, म. वं. 11.5; - यज्ञ एक को बाद में ज्यों का त्यों ग्रहण करके रख देना - नपुं., कर्म. स. [अनुकुलयज्ञ], वंश-परम्परा के अनुरूप अनुकरणवसेन पटिच्चसमुप्पादस्स ..., उदा. अट्ठ. 24; किया गया यज्ञ-निच्चदानानि अनुकुलयानि सीलवन्ते अनुकरणमत्तव्हएतं, सद्द. 1.262; - सद्द पु., अनुरणनात्मक पब्बजिते उद्दिस्स दिय्यन्ति, दी. नि. 1.128; अनुकुलयनीति ध्वनि या शब्द - अनुकरणसद्दो हि अयं, उदा. अठ्ठ. 53; - अम्हाकं पितुपितामहादीहि पवत्तितानीति कत्वा पच्छा सद्द. 3.642. ... वंसपरम्पराय पवत्तेतब्बानि यागानि..., दी. नि. अट्ठ. अनुकरोति अनु + Vकर का वर्त, प्र. पु., ए. व., अनुकरण 1.243. करता है, समानता करता है - एवं गिही नानुकरोति अनुकुल'/अनुकूल त्रि.. [अनुकूल], शा. अ. तट के भिक्खुनो, सु. नि. 223; ... इत्थी पुरिसं अच्चाचरति .... सहारे बढ़ने वाला, तट के किनारे वृद्धि को प्राप्त कर रहा ददाति, याचति, कतमनुकरोति, जा. अट्ठ. 5.431; अनुकरोतीति - जातस्सरस्सानुकूलं, केतका पुफिता बहू अप. 1.381; दारकेन कतं कतं अनुकरोति, जा. अट्ठ. 5.434; तुल. ला. अ. विश्वसनीय, पूर्ण रूप से समर्पित, इच्छुक, उपयुक्त, अनुकुब्बति; - कुब्ब वर्त. कृ., प्र. वि., ए. व., - अनुरूप, नियमानुरूप - गुणड्डो अनुकुलो च..., सद्धम्मो. पस्समानानुकुब्बन्ति, अत्तमत्थं विचक्खणा, अ. नि. 1(1). 312; अट्ठतिसारम्मणेसु अत्तनो अनुकूलकम्मट्ठानं गहेत्वा 178; - रोन्तो उपरिवत् - देवदत्तो इदानेव मम अनुकरोन्तो ... म. नि. अट्ठ (मू.प.) 1(1).177; अनुकूलानि ... तिलिङ्गानं. विनासं पत्तो, जा. अट्ठ. 1.469. सद्द. 266; - किरिय त्रि., अनुवर्ती, अनुवर्तन करने वाला, अनुकस्सति अनु + ।कस का वर्त., प्र. पु., ए. व., प्रस्तुत दूसरों की क्रियाओं जैसी क्रिया करने वाला - अनुब्बताति करता है, सामने रखता है, उद्धृत करता है, अभिवर्तन अनुकूलकिरिया, वि. व. अट्ट, 235; - ता स्त्री., अनुकूलता, For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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