________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kallassagarsur Gyanmandir नंदी भा. 张張器器杀器器米米諾諾諾諾米諾狀张张张器器業罪諾张 * तीर्थकरनो अांतरो उत्कृष्टो पृथक् 1000 पूर्वना समय बरसानो चांतरो पडे तीर्थकरीनो पांतरो पडे घोष यतीर्थकरनो समुचय सर्वपुरुषानो पांत उत्कटो वरसझाझराना पडे चारच पुर्व सत्ता पत्त तित्य गराणं अनंतकालो तित्य गरीनो तित्वगरा वासागिसमे मुखममा लिंगद्दारे स्वलिंगीनो अांतरो जघन्य 1 समयनो उत्कटो वरसनो माझकं आंतरूपडे अन्य लिंगीनो पिण अांतरो टइलिंगीनो संख्याता वरसना सहयनो * तरो पडे चारित्रद्वारे पूर्व अनुभव्या आश्रौतिन चारित्न तेसामाइक सूक्ष्म संपरायर वयाख्यातनाइनो झाझरा वरमनु अांतरू सेखचारित्र तेसामा दूक 1 छेदोपस्थापनौकर परिहार विमुव 3 यथा ख्यात / तथासामायक केदोपस्थापनीक र सूक्ष्म संपराय 3 यथाख्यात 4 तथा सामाईक * छेदोपस्थापनीक / परिहार विरुद्ध 3 सूचासंपराय 4 याख्यात 5 एतीन मांगा युगलीयांनो कालकाई कऊणा 18 कोडाकोडि सागरोपम आं तरो जघन्य 1 समयजेभणी एवेचारित्र भरते पिण पहिले अने पाहिला तीर्थकरने तीर्थे होइ तेमाटे एतलो प्रांतक पडे वुवहारे 8 बुद्ध आचार्यादि कना प्रतियोध्या पुरुषतु आंतरु' वरस एकनो झाझरो शेष प्रत्येक बुहियादिकना प्रतिवोध्या मोटी साधवी ते स्त्रीना समझायानो संख्यातावरसना सह * अनु' आंतरपडे१००० तथा स्वयं बहनो पृथक सत्यपूर्वनो आंतरपडे जमन्य समय सानहारे, मति ज्ञानियतज्ञानी केवलपामी मी तेत्तनो यां *तरो उत्कटोपल्योपनो असंख्यातमो भागप्रमाण / मंगोमति / श्रुत र अवविज्ञानी केवलपांमी सीतेनो पांतर' एकवरमनो झाझरो पडे घम तिज्ञानि 1 श्रुतनांनी 2 मनःपर्यवज्ञानि 3 केवल पांमी 1 तथामति श्रुत 2 अवधि३ मनपर्यवज्ञामी केवलपांमी सी० तेएवेहु भांगानो संख्यातवर्षनो साथ 1000 नो पांतक पडे अवगाहनाद्वारे 10 उत्कटी 1 जघन्य 2 जवमध्य 3 एतीन अवगाहना नो उत्कृष्टो अांतर' जे चउदराजलोकना वडिघनकीजेते धनकरतां सातराजथाई तेमाहेथी एक प्रदेशनी श्रेणिसात राजनीलांबीते दिने संख्यातमें भागि जेतला पाकाश प्रदेशथाएं 张器墨联業業業器業器黑米擺盤諾米諾諾柔器 For Private and Personal Use Only