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कालिदास पर्याय कोश
10. पार्श्ववर्ती :-[पशूनां+समूहः+वर्तिन्] सेवक, पास होने वाला।
नर्तकीरभिनयातिलंघिनी: पार्श्ववर्तिषु गुरुष्वलज्जयत्। 19/14 नर्तकियाँ सुध-बुध खोकर नाचना भी भूल जाती थीं और अपने गुरुओं के आगे
वे अपनी इसी बात पर लजा जाती थीं। 11. भृत्य :--[भृ+क्यप् तक् च] नौकर, आश्रयी, दास।
युयोज पाकाभिमुखै त्यान्विज्ञापना फलैः। 17/40 राजा अतिथि के प्रसन्न मुख को देखकर ही उनके सेवक जान जाते थे कि हमें इतना धन मिलेगा।
अन्तर्वत्नी
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1. अन्तर्वत्नी :-[अस्+अरन् तु डागमश्च+वत्नी] गर्भवती स्त्री।
तस्यामेवास्य यामिन्यामन्तर्वत्नी प्रजावती। 15/13 उसी रात को इनकी गर्भिणी, भाभी सीता ने दो तेजस्वी पुत्रों को जन्म दिया। आपन्नसत्त्वा :-[आ+पद्+क्त+सत्त्वा] गर्भवती, गर्भवती स्त्री। सममापन्नसत्त्वास्ता रेजुरापांडुरत्विषः। 10/59 एक साथ गर्भ धारण करने वाली ये रानियाँ गर्भ से पीली पड़ने के कारण।
अन्यभृत 1. अन्यभृत :-दूसरे से पाला हुआ, कोयल की उपाधि ।
कलमन्यभृतासु भाषितं कलहंसीषु मदालसं गतम्। 8/59 तुम्हारी मीठी बोली कोयलों ने ले ली, तुम्हारा धीरे-धीरे चलना कलहंसियों ने ले लिया। प्रथममन्य भृताभिरुदीरिताः प्रविरला इव मुग्धवधूकथाः। 9/34 जब कोयल ने कूक सुनाई तो ऐसा जान पड़ा, मानो कहीं कोई मुग्धा नायिका ही
बोल उठी हो। 2. कोकिल :-[कुक्+इलच्] कोयल।
कुसुमजन्म ततो नवपल्लवास्तदनु षट्पदकोकिल कूजितम्। 8/26 पहले फूल खिले, फिर नई कोंपले फूटी, फिर भौरे गूंजने लगे और तब कोयल की कूक भी सुनाई पड़ने लगी।
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