________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रघुवंश
15
तं कृतप्रणतयोऽनुजीविनः कोमलात्मनखरागरुषितम्। 19/8 राजकर्मचारी उनके नखों की लाली वाले उस चरण का नमस्कार करके आराधना
करते थे। 3. अनुप्लव :-[अनु+प्लु+अच्] अनुयायी, सेवक।
सानुप्लव: प्रभुरपि क्षणदाचराणां भेजे रथांदशरथप्रभवानु शिष्टः। 13/75 राम की आज्ञा से विभीषण और उनके साथी भी रथों पर चढ़ गए। अनुयायी :-[अनु+या+णिनि] अनुगामी, सेवक, अनुवर्ती। व्रताय तेनानुचरेण धेनोर्म्यषेधि शेषोऽप्यनुयायिवर्गः। 2/4 राजा दिलीप ने केवल रानी को ही नहीं वरन् सब नौकर-चाकरों को भी लौटा दिया, क्योंकि उन्होंने तो गौ की सेवा का व्रत ही ले लिया था। वशिष्ठधेनोरनुयायिनं तमावर्तमानं वनिता वनांतात्। 2/19 जब सांझ को राजा दिलीप नंदिनी के पीछे-पीछे लौटे तब सुदक्षिणा। किंकर :- नौकर-चाकर, अनुयायी, सेवक। अवेहि मां किंकरमष्टमूर्तेः कुंभोदरं नाम निकुंभमित्रं। 2/35 मैं सर्वशक्तिशाली शंकर जी का कृपापात्र और सेवक कुंभोदर नाम का गण हूँ
और शिवजी के शक्तिशाली गण निकुंभ का मित्र हूँ। 7. परिजन :-नौकर चाकर, अनुयायी, अनुचर।
ताः स्वमंकमधिरोप्य दोलया पेंखयन्परिजनापविद्धया। 19144 उन स्त्रियों को गोद में बैठाकर वह उन झूलों में झूलने लगा, जिन्हें नौकर झुला
रहे थे। 8. पार्श्वग :-[पशूनां समूहः+ग:] टहलुआ, सेवक।
व्यादिदेश गणशोऽथ पार्श्वगान्कार्मुकाभिहरणाय मैथिलः। 11/43 इसलिए जनकजी ने अपने सेवकों को उसी प्रकार धनुष लाने की आज्ञा दी। पार्श्वचर :-[पशूनां समूहः+चरः] सेवक, टलहुआ। अथ जातु रूरोहीतवा विपिने पार्श्वचरैरलक्ष्यमाणः। 9/7 एक दिन जंगल में रुरु मृग का पीछा करते हुए, वे अपने साथियों से दूर भटक गये। तस्यै प्रतिश्रुत्य रघुप्रवीरस्तदीप्सितं पार्श्वचरानुयातः। 14/29 उनकी बातें सुनकर रामचंद्र जी वहाँ से उठकर अपने सेवकों के साथ।
For Private And Personal Use Only