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रघुवंश 3. भूषण :-[भूष् + ल्युट्] अलंकार, आभूषण, शृंगार।
शरीर सादाद समग्र भूषणा मुखेन सालक्ष्यत लोध्र पाण्डुना। 3/2 उन्होंने अपने बहुत से गहने शरीर से उतार डाले। उनका मुँह लोध के फूल के समान पीला पड़ गया। क्वचिच्च कृष्णोरग भूषणेव भस्मांगरागा तनुरीश्वरस्य। 13/57 कहीं पर भस्म लगाए हुए शिवजी के शरीर के समान दिखाई पड़ रही हैं, जिस पर काले-काले सर्प आभूषण के समान लिपटे हुए हों। कौशल्य इत्युत्तर कोशलानां पत्युः पतंगान्वय भूषणस्य। 18/27 उत्तर कोशल के स्वामी और सर्यकुल के भूषण हिरण्यनाभ को कौशल्य नाम
का पुत्र हुआ। 4. विभूषण :-अलंकार, आभूषण। विभूषण प्रत्युपहार हस्तमुपस्थितं वीक्ष्य विशांपतिस्तम्। 16/80 कुश ने देखा कि कुमुद अपने हाथों में वही आभूषण लिए उपस्थित है।
भोज
1. भोज :-[भुज् + अच्] मालवा (या धारा) का प्रसिद्ध राजा।
आप्तः कुमार नयनोत्सुकेन भोजेन दूतो रघवे विसृष्टः। 5/39 इसी बीच विदर्भ देश के राजा भोज ने अपना एक विश्वासपात्र दूत रघु के पास
अज को बुलाने के लिए भेजा। 2. विदर्भाधिप :-[विगता दर्भाः कुशा यतः + अधिप:] विदर्भ देश का राजा।
प्रस्थापयामास ससैन्यमेन मृद्धां विदर्भाधिप राजधानीम्। 5/40 इसलिए उन्होंने सेना के साथ अज को विदर्भ राज भोज की राजधानी को भेज दिया।
भ्रमर
1. अलि :-[अल्+इन्] भौंरा।
अलिभिरंजन बिन्दुमनोहरैः कुसुमपंक्ति निपातिभिरंकितः। 9/41 फूलों पर मंडराते हुए काजल की बुंदयों के समान सुन्दर भौरे ऐसे जान पड़ते थे, मानो वनस्थलियों का मुख भी चीत दिया गया हो।
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