________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
110
कालिदास पर्याय कोश 4. चंद्रमौलि :-[चन्द् + णिच् + रक् + मौलि:] शिव का विशेषण।
असौ महाकाल निकेतनस्य वसन्न दूरे किल चन्द्रमौलेः। 6/34 इनका राजभवन महाकाल मंदिर में बैठे हुए, सिर पर चंद्रमा धारण करने वाले
शिवजी के पास ही है। 5. त्रिपुरद्विष :-[त्रि + पुरं + द्विष्] शिव का विशेषण।
सशब्दमभिषेकश्रीगङ्गेव त्रिपुरद्विषः। 17/14 अभिषेक के जल की धारा ऐसी सुंदर लगती थी, मानो शिवजी के सिर पर
गंगाजी की धारा गिर रही हो। 6. त्रिलोचन :-[त्रि + लोचनः] शिव का विशेषण।
यथा च वृत्तान्तमिमं सदोगत स्त्रिलोचनैकांशतया दुरासदः। 3/66 मेरे पिता यज्ञ मंडप में अष्टमूर्ति शिवजी के एक अंश के रूप में बैठे हुए हैं, इसलिए ऐसा उपाय कीजिए जिससे आपका ही कोई दूत जाकर उनको यह
समाचार सुना आवे। 7. त्र्यम्बक :-[त्रि + अम्बकः] तीन आँखों वाला, शिव।
जडीकृतस्त्र्यम्बक वीक्षणेन वजं मुमुक्षन्निव वज्रपाणिः। 2/42 किसी समय इंद्र ने शिवजी पर वज्र चला दिया था, शिवजी ने केवल उनकी
ओर देख भर लिया, कि इंद्र कठमारे से हो गए। हरिर्यथैकः पुरुषोत्तमः स्मृतो महेश्वरस्त्र्यम्बक एव नापरः। 3/49 देखो! जिस प्रकार पुरुषोत्तम केवल विष्णु ही हैं, त्र्यम्बक केवल शंकर ही हैं। प्रवर्तयामास किलानुसूया त्रिस्रोतसं त्र्यम्बकं मौलि मालाम्। 13/51 अनुसूयाजी ऋषियों के स्नान के लिए उन त्रिपथगा गंगाजी को यहाँ ले आई हैं,
जो शिवजी के सिर पर माला के समान सुन्दर लगती हैं। 8. परमेश्वर :-[परं परत्वं माति :-क तारा० ईश्वरः] शिव का विशेषण।
जगतः पितरौ वन्दे पार्वती परमेश्वरौ। 1/1 मैं संसार के माता-पिता पार्वती जी और शिवजी को प्रणाम करता हूँ। तस्यालमेषा क्षुधितस्य तृप्त्यै प्रदिष्टकाला परमेश्वरेण। 4/39 शिवजी की कृपा से ठीक भोजन के समय पर यह गौ आ गई है और मेरे आज
के भोजन के लिए पर्याप्त है। 9. पिनाकी :-[पिनाक + इनि] शिव का विशेषण।
For Private And Personal Use Only