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कंचन औषध,-धि स्त्री० दवा; ओसड औसत पुं० [अ] सरासरी (२) वि० मध्यम; साधारण औसतन अ० [अ.] सरेराशे औसना अ० क्रि० गरमी पडवी (२)
मोम
७९ औम स्त्री० [सं. अवम] क्षयतिथि और अ० अने (२) वि० बीजु (३) अधिक. -का और = कांईनुं कांई. -क्या-हा, बरोबर ए अर्थनो उद्गार औरत स्त्री० [अ.] ओरत; स्त्री औरेब पुं० वक्र गति (२) कपडानो वांको काप (३) पेच; छळ; युक्ति औलाद स्त्री० [अ.] ओलाद; वंश औला मौला वि० मोजी; धूनी; मनस्वी औलिया पुं० [अ. 'अली' नुं ब० व०]
ओलियो; सिद्ध ; पीर [सर्वश्रेष्ठ मोवल वि० [अ.] अवल; प्रथम ; मुख्य;
औसर पुं० (प.) अवसर औसान पुं० (प.) अवसान; अन्त (२) परिणाम (३) [फा. सूधबूध; होश औसाफ़ पुं० [अ.] सद्गुण के खास गुण औसेर स्त्री० (प.) जुओ 'अवसेर' औहाती वि०स्त्री०(प.)जुओ 'अहिवाती'
कं पुं० [सं.] पाणी (२) सुख (३) - कंगना पुं० कंकण (२) कंकण बांधतां 'अग्नि (४) काम
के छोडतां गवातुं गीत कंक पुं० [सं.] एक पक्षी कॅगनी स्त्री० नानुं कंकण (२) कांगरी कंकड़ (-र) पुं० [सं. कर्कर] कांकरो; (३) दांतो के दांतावाळू . गोळ कंकर (२) गांगडो
चक्कर; 'कोग-व्हील' (४) स्त्री० कांग कंकड़ी स्त्री० कांकरी (२) गांगडी अनाज; चीणो। कंकडी(-री)ला वि०कांकराळे;कांकरावाळू.
कंगला, कंगाल वि० कंगाळ; गरीब
कंगाली स्त्री० कंगालियत . . कंकण (-न) पुं० हाथर्नु कंकण . कंकरीट स्त्री० [इं. कॉन्क्रीट] कांकरेट
__ कंगूरा पुं० कांगरो; शिखर; टोच (२)
किल्लानो बुरज कंकरीला वि० जुओ 'ककड़ीला'
- कंघा पुं० कांसको (२) फणी; 'कंघी'. कंकाल पुं० [सं.] हाडपिंजर .
-करना = वाळ ओळवा कंकाली पुं० एक नीच जाति (२) कंघी स्त्री० नानी कांसकी (बे बाजु वि० कर्कशा (स्त्री)
___ दांतवाळी) (२) फणी. -चोटी करना कखवारी स्त्री० बगलमां थतो फोल्लो
= माथु ओळी करी सजवू कखौरी स्त्री० 'काँख'; बगल (२) कॅघेरा पुं० [स्त्री० -रिन ] ' कंधा' जुओ 'कखवारी'
बनावनार कंगन पुं० कंकण. -को आरसी क्या? कंचन पुं० कंचन; सोनुं (२) एक जिप्सी -प्रत्यक्ष वातनो पुरावो था माटे? जेवी जात जेमनी स्त्रीओ यः
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