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ओनचन.
भों अ० हां; आं (२) ओम् ; ॐ . ओझाई स्त्री० भूवानो कामधंधो मोंकार पुं० ओम् मंत्र
ओट स्त्री० आड; ओथ ओंगना स० क्रि० (गाडीन पड) ऊंजवं ओटना स० क्रि० लोढवू (२) एकनी ओंठ पुं० होठ; 'होंठ.' -चबाना- क्रोध
___ एक वात कुटवी अने दु:ख प्रगट कर
ओटनी, ओटी स्त्री० लोढवानो चरखो ओंडा वि० (प.) ऊंडं (२) पं० खाडो . ओठंगना अ० कि० अठींगवं; टेकवू ओक स्त्री० ऊलटी; ओकवं ते (२) ओठंगाना स०क्रि० टेकववं २) बारणं । पुं० खोबो; अंजलि (३) [सं.] घर मोकना अ० क्रि० ओकवू (२) आरडवू
ओड़न पुं० ढाल ओकाई स्त्री० ओकवू ते
ओड़ना स०क्रि० ओडवू; रोकवू, वारण
करवं (२) हाथ ओडवो; धरवं; पसार मोखली स्त्री० [सं. उलूखल] खांडणियो. -में सिर देना-कृष्ट सहवा तैयार थq
ओड़ा पुं० मोटो टोपलो (२) खोट;
कमी; तोटो ओखा वि० रूखं; सूकुं (२) कठण; ओढ़ना स० कि० ओढवं (२) पोता अटपटुं (३) खोटुं; भळतुं (४) पर जवाबदारी लेवी (३.) पुं०
आर्छ (५) पुं० (प.) बहानुं । ओढवान वस्त्र • भोघ पुं० [सं.] समूह; ढगलो ओढ़नी स्त्री० ओढणी
ओछा वि० (स्त्री०-छी) तुच्छ; क्षुद्र; ओढ़र पुं० बहानुं नीच (२) छछरुं; ऊंडु नहि (३) ओढ़ाना स० क्रि० ओढाडवू हलकुं; नानुं (४) कम; ओछु ओत स्त्रो० आराम (२) लाभ; बचत भोछाई स्त्री० 'ओछापन' ('ओछा'जुओ)
(३) आळस (४) वि० [सं.] वणेलं भोज पुं० ओजस; तेज
ओतप्रोत वि० [सं.]. एकमेकमां मळी मोजस्वी वि० [सं.] तेजस्वी; प्रभाव- गयेलं (२) पुं० तागोवाणो (३) . शाळी. -स्विता स्त्री०
साटुं (लग्नमुं) ओझ, ओझर पुं० ओझरी; पेट ओता,-तो,-त्ता वि०(प.) उतना' एटलं 'ओझल पुं०; स्त्री० ओझल; एकांत (२) ओद(-दा) वि० भीनुं
आड (३) पडदो. -करना=संताडq. ओदन पुं० [सं.] भात; रांधेला चोखा -होना=संता; पडदा पाछळ थq . ओदा वि० जुओ 'ओद' [विदार ओझा पुं० [सं. उपाध्याय] (स्त्री० ओवारना स० क्रि० चीर; फाडवू;
ओझाइन) एक जातनो ब्राह्मण (२) ओनचन स्त्री० खाटलानी पांगथनी भूत काढनार; भूवो
खेंचवानी दोरी
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