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न. लिखित; लेख; करार सभापति पुं० लखपती लललल वि० चमकीला; चमकदार; साफ-स्वच्छ (२) अ० पीड़ाका उठना या अंगोंका टूटना सलल अ.क्रि० पीड़ा होना; अंगोंका टूटना(२)चमकना; सलकना(३)चमड़पमड़ावाब होना(४)बकबक करना; बड़बड़ाना [(२)तरसना; ललचना सलल ब० क्रि० पोरकी भूख लगना ललललाट पुं० जगमगाहट (२)बकवास
(३)टीस; कसक मसलूट वि० बेशुमार, पुष्कल लाई सक्रि० लिखना। [लसी मारवं = जो लिखना हो उसके बदले कुछ और लिख डालना (उतावलीमें या भूलसे)। लसी बाळg%3D हिसाबमें बट्टेखातेमें लिखना] दूरी समाई स्त्री० लिखाई; लिखनेकी मजससाण न० लिखाई; लिखावट (२) लिखी बात; लिखित; लेख समापट्टी(-पी) स्त्री० लिखा-पढ़ी. लसारो पुं० बकवास रूषितंग वि० (खत) लिखनेवाला लोसरी वि० धनी; तालेवर (२) पुं. लखपती [लाख चढ़ाना समोटवं सक्रि० (मिट्टीके बरतन पर) लबोटी स्त्री. कांच या पत्थरकी • (खेलनेकी) छोटी गोली; गोली लसोटो पुं० कांच या पत्थरकी (खेलनेकी) बड़ी मोली; गोली (२)महत्त्वपूर्ण या सरकारी कागजोंका सील किया हुमा पुलिंदा, लिफ़ाफ़ा सरसन न० देखिये 'लक्षण' लिख सरवा लेख पुं० ब०व० ब्रह्मलेख; भाग्य-
गट वि० (२)बल्सगातारासी सगरी स्त्री. सोने या चाँदीकी
गुल्ली; इंट [काठी (२) लावी; गोस लगडं न० गधे पर लादनेकी बरतीया लगन अ० तक; पर्यंत; लग कि.]
लगत वि० संबंधी; विषयक(२)स्त्री. __ लगाव; संबंध (३) अ० पास; साव; लगती स्त्री० लगाव; पहुंच; प्रभाव लागतुं वि० संबंधी विषयक नजदीकला, पासका
लगन को लगन न० देखिये 'लग्न' (२) स्मी. लगनगाळो विवाहके दिन; सहान लगनसरा स्त्री० शादीके दिन; सहन लगनी स्त्री. लगन; धुन वदावन लगभग २० पास करीब (२)लगमन लगावं स० कि० लगाना(२)पोकना;
चुपड़ना; चिपकाना; लगाना (३) संलग्न करना; जोड़ना; सटाना लगाना (४)किसीको साथ लगा लेगा, साय कर देना लगार स० क्रि० सुलगाना लगाम स्त्री० (लोहेकी) लगाम (२) बागडोर; रास; लगाम (३) अंकुश नियंत्रण [ला.] लगार(-रेक) वि० जरा; थोड़ा-सा (२)
ब. थोड़ी देरके लिए; जरा; तनिक लगाववं स० कि० देखिये 'लगावू'
नं. १; लगाना (२) मारना लगी अ० तक; पर्यंत; लगि [प.] लगीर (-रेक) वि० देखिये 'लगार' लगोलग ब. बिलकुल करीब; सटकर
(२) लगभग; पासमें; निकट लन वि. लग्न लगा हुमा (२)लीन; मासक्त (३)न० पृथ्वी एक राशि
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