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भनगारधर्मामृतवर्षिणी टोका अ० १५ नंदिफलस्वरूपनिरूपणम १११ जणवयं मज्झं मज्झेणं जेणेव देसग्गं तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता सगडीसागडं मोयावेइ मोयावित्ता सत्थणिवेसं करेइ करित्ता कौटुंबियपुरिसे सदावेइ सदावित्ता एवं वयासी-तुन्भेणं देवाणुप्पिया! मम सत्थनिवसंसि महया महया सदेणं उग्रोसेमाणा २ एवं वयह-एवं खलु देवाणुप्पिया ! इमीसे आगमियाए छिन्नावायाए दीहमदाए अडवीए बहुमज्झदेसभाए बहवे दिफला नामं रुक्खा पन्नत्ता किण्हा जाव पत्तिया पुफिया फलिया हरियगरेरिजमाणा सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणा चिट्ठति मणुण्णा वन्नेणं४ जाव मणुन्ना फासणं मणुन्ना छायाए, तं जो णं देवाणुप्पिया ! तेसिं नंदिफलाणं मूलाणि वा कंद० तय० पत्त० पुप्फ० फल० बोयाणि वा हरियाणि वा आहारेइ छायाए वा वीसमइ तस्स.णं आवाए भद्दए भवइ तओ पच्छा परिणममाणा२ अकाले चेव जीवियाओ ववरोवेति, तं माणं देवाणुप्पिया ! केइ तेसिं नंदिफलाणं मूलाणि वा जाव छायाए वा वीसमउ, मा णं सेऽवि अकाले चेव जीवियाओ ववरोविजिस्सइ, तुब्भेणं देवाणुप्पिया ! अन्नेसि रुक्खाणं मूलाणिय जाव हरियाणि य आहारेह छायासु वीसमहत्ति घोसणं घोसेह जाव पच्चप्पिणंति, तएणं से धण्णे सत्थवाहे सगडीसागडं जोएइ२ जेणेव नंदिफला रुक्खा तेणेव उवागच्छह उवागच्छित्ता तेसिं नंदिफलाणं अदूरसामंते सत्थणिवेसं करेइ करित्ता दोच्चपि तच्चपि कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ सहावित्ता
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