________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
३०८ . . चिकित्सा-चन्द्रोदय । हो जाते या अकड़ जाते हैं । उनके मुंहसे राल गिरती है। अक्सर वे अन्धे और बहरे भी हो जाते हैं और जिसे पाते हैं, उसीकी ओर दौड़ते हैं।
नोट--बावले कुत्ते की पूँछ सीधी होकर लटक जाती है, मुंहसे लार बहुत बहती और गर्दन टेढ़ी-सी हो जाती है। उसकी धुन जिधर लग जाती है, उधर हीको दौड़ता है। दूसरे कुत्तों और आदमियोंपर हमला करता है। कुत्ते उसे देखकर भागते हैं और लोग हल्ला करते हैं, पर वह बहरा या अन्धा हो जानेके कारण न कुछ सुनता है और न देखता है। ये आँखों-देखे लक्षण हैं। __हिकमतके ग्रन्थोंमें लिखा है, जब कुत्ता बावला हो जाता है, उसकी हालत बदल जाती है। बावला कुत्ता खानेको कम खाता और पानी देखकर डरता और थर्राता है। प्यासा मरता है, पर पानीके पास नहीं जाता; आँखें लाल हो जाती हैं; जीभ मैं हसे बाहर लटकी रहतीहै; मुँ हसे लार और झाग टपकते रहते हैं; नाकसे तर पदार्थ बहता रहता है। बावला कुत्ता कान ढलकाये, सिर झुकाये, कमर ऊँची किये और पूँछ दबाये-इस तरह चलता है, मानो मस्त हो। थोड़ी दूर चलता है और सिरके बल गिर पड़ता है। दीवार और पेड़ प्रभृतिपर हमले करता है। आवाज़ बैठ जाती है और अच्छे कुत्ते उसके पास नहीं आते--उसे देखते ही भागते हैं। .
कुत्ते क्यों पावले हो जाते हैं ? "सुश्रुत" में लिखा है--स्यार, कुत्ते, जरख, रीछ और बघेरे प्रभृति पशुओंके शरीरमें जब वायु-कफके दूषित होनेसे-दूषित हो जाता है और संज्ञावहा शिराओंमें ठहर जाता है, तब उनकी संज्ञा या बुद्धि नष्ट हो जाती है। यानी वे पागल हो जाते हैं।
- पागल कुत्ते प्रभृतिके काटे हुएके लक्षण । जब बावला कुत्ता या पागल स्यार आदि मनुष्योंको काटते हैं, तब उनकी विषैली दाढ़े जहाँ लगती हैं, वह जगह सूनी हो जाती और
For Private and Personal Use Only