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३६३ जाइयो कही दीयर महारा लामका, हसशे रमशे ने वली चूंटी खणशे गाल, हसशे रमशे ने वली तुंसा देशे गाल ॥ हा० ॥६॥ नंदन नवला चेडा राजाना भाणेज छो, नंदन नवला पांचशे मामीना भाणेज छो, नंदन मामलीयाना भाणेजा सुकुताल ॥ हसशे हाथे उच्छाली कहीने नाहाना भाणेजा, आंख्यो आंजी ने वली टवकुं करशे गाल ॥ हा० ॥ ७॥ नंदन मामा मामी लावशे टोपी आंगलां, रतने जडीयां झालर मोती कशबी कोर ॥ नीलां पीलां ने वली राता सरवे जातिनां, पहेरावशे मामी महारा नंदकिशोर ॥हा॥ ॥ ८॥ नंदन मामा मामी सुखडली सहु लावसे, नंदन गजुवे भरसे लाडु मोतीचूर ॥ नंदन मुखडां जोइने लेशे मामी भामणां, नंदन मामी कहेशे जीवो सुख भरपूर ॥ हा० ॥ ९॥ नंदन नवला चेमा मामा नी साते सती, मारी भत्रीजी ने बेन तमारी नंद ॥ ते पण गुंजे भरवा लाखणसाई लावशे, तुमने जोइ जोइ होशे अधिको परमानंद ॥ हा० ॥ १० ॥ रमवा काजें लावशे लाख टकानो घूघरो, वली शृडा मेनां
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