________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१५
एकादशी, आराधो शिववास || कल्याणक नेउ जिन महायश सर्वानुभुति
तणा, एकसोने पचास ॥ ३३ ॥ श्रीधर, नमिमलि अरनाथ ॥ स्वयंप्रभ देवश्रुत उदय, मलिया शिवपुर साथ || ४ || अकलक शुभंकर सप्त नाथ, ब्रह्मेद्र गुण गांगीक ॥ सांप्रति मुनि विशिष्ट जिन पाम्या पुन्यनोरेक ॥ ५ ॥ सुमृदु व्यक्त कलासत, अरण योग प्रयोग || परम सुधारति निकेसतेम, पाम्या शिव संयोग ||६|| सर्वार्थ हरिभद्र मगधाधिप, प्रयच्छ अक्षोभमलयसिंह || दिनरुक् धनद पौषध तथा, जपतां सफल जिह ॥ ७॥ प्रलंब चारित्र निधि प्रशम राजित, स्वामी विपरित प्रसाद || अघटित - मर्णेद्र ऋपनचंद्र, समया शिव अश्वाद ॥ ८॥ दयांत अभिनंदन रत्नेश ते, समकोष्ठ मरुदेव अतिपार्श्व ॥ नंदिषेण व्रतधर निर्वाण तथा, थाये शिवसुख स ||९|| सौंदर्य त्रिविक्रम नरसिंह, क्षेमंत संतोषित कामनाथ ॥ मुनि नाथचंद्र दाहादिलादित्य, मळीयो शिवपुर साथ ॥१०॥ अष्टादिक वर्णिक उदयज्ञान, तमोकंद सायकांक्ष खेमंत || निर्वाणिक रवि राज प्रथम
For Private And Personal Use Only