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॥ ढाल ॥ २ ॥ वाडी फूली अति भली मनभमरारे ॥ र देशी ॥
॥जंबुद्वीप सोहामणुं ॥ मन मोहना ॥ लाख जोजन परिमाण लाल ॥ मन मोहना ॥ दक्षिण जरत भलु तिहां ॥ मन मोहना ॥ अनुपम धर्मनुं ठाम ॥ लाल मन मोहना ॥१॥ नयरी विनिता जाणीए ॥ मन० ॥ स्वर्गपुरी अवतार ॥ लाल ॥ नाभीराय कुलगर तिहां ॥ मन० ॥ मरुदेवी तस नाशिलाल०॥ ॥ २ ॥ प्रीति भक्ति पाले सदा ।।मन०॥ पीयुशुप्रेम अपार ॥ लाल० ॥ सुख विलसे संसारनां ॥ मन०॥ सुरपेरे स्त्री भरथार । लाल० ॥ ३॥ एक दिन सूती मालीये ॥ मन० ॥ मरुदेवी सुपवित्र ॥ लाल० ॥ चोथ अंधारी अपाडनी ॥मन०॥ उत्तराषाढा नक्षत्र॥लाल०॥ ॥ ४॥ तेत्रीस सागर आउखे ॥ मन०॥ भोगवी अ. नुपम सुख ॥लाल०॥ सर्वार्थ सिद्धथी चवी ॥मन०॥ सुर अवतरीओ कुख ॥ लाल० ॥ ५॥ चउद सुपन दीठां तीसे ॥ भन० ॥ राणी मध्यम रात ॥ लाल०॥ जई कहे निज कंतने ॥ मन० ॥ सुपन तणो सवि वात ॥ लाल०॥६॥ कंथ कहे निज नारीने ॥मन॥
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