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नवजव नेह निवारीओरे ॥ जग० ॥ देइ संवच्छरी दान हो ॥ दील०॥ श्रावण सुद छठने दीनेरे ॥ ॥ जग० ॥ संजम लीए वड वान हो ॥ दील०॥७॥ तारी राजुल सुंदरी ॥ जग०॥ देइने दीक्षा दान हो। ॥ दील. ॥ अमावस्या आसोज तणीरे ॥ जग० ॥ प्रभु लहे केवल ज्ञान हो ॥ दील० ॥ ॥ सहस वरस प्रभु आउखुरे ॥ जग० ॥ पाली श्री जिनराज हो ॥ दील० ॥ अषाढ सुदी दीन आठमेरे ॥जग०॥ प्रभु लहे शीवपुरराज हो ॥ दील ॥ ९॥ ॥ ढाल ॥ ३ ॥ थारा महेला उपर मेह झबुके वीजली हो लाल ॥
॥ देशी ॥ ॥ पांच लाख वरस नमि नेमने आंतरू हो लाल, नमी नेमने आंतरु ॥ मुनिसुव्रत नेमिनाथने छ लाख चित्त धरूं, हो लाल, छ लाख चित्त धरु, चोपन लाख वरस मुनिसुव्रत मल्लिने हो लाल, मुनिसुव्रतमल्लिने॥ कोड सहस वली जाणो मन्त्री अर नाथने हो लाल, मल्ली अरनाथने ॥ १॥ कोड सहस वरस करी, उणो पल्यन हो लाल, उणो पल्यनुं ॥ चोथो भाग अरना
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