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Achana
२८८ थवली कुंथुनाथने हो लाल, वली कुंथुनाथने ॥पल्योपमनुं अरध जाणी शांति कुंथुने हो लाल, जाणो शांति कुंथुने ॥ शांति धर्म पल्योपम उणे सागर त्रणर्नु हो लाल, सागर त्रण- ॥ २॥ सागर चार अनंतने धर्म जिणंदने हो लाल, धर्म जिणंदने ॥ नव सागर मळी अनंत विमल जिन चंद्रने हो लाल, अनंत विमल जिन चंद्रने ॥सागर त्रीस विमल वासुपूज्यने हो लाल, विमल वासुपूज्यने । सागर चोपन श्री वासुपूज्य श्रेयांसने हो लाल, वासुपूज्य श्रेयांसने ॥३॥ लाख पांसठ सहस छवीस वरससो सागलंहो लाल, वरससो सागर ॥ उणो सागर कोड श्रेयांस शीतल करे हो लाल, श्रेयांस शीतल करे ॥सुविधि शीतलने नव कोड सागर नावज्यो हो लाल, सागर भावजो॥सुविधिचंद्र प्रभु नेउकोडी सागरभावजो हो लाल सागरमनभावजो ॥४॥सागर नवसें कोमसुपास चंद्रप्रभुहोलाल,सुपास चंद्रप्रभु ॥ सागर नव सहस कोड सुपास पद्म प्रभु हो लाल, सुपास पद्म प्रभु ॥ सुमति पहा प्रभु नेउ सहस कोड सागर हो लाल, कोड सागरु ।। ५॥ दस लाख कोड सागर संभव अभिनंदने हो लाल, संभव अभि
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