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शेए, निज मतिने अनुसार ॥ क० ॥ १० ॥ इतिश्री अयोगी गुण स्थानक जास ॥
॥ ढाल ॥ १७ ॥ दीठो दीठोरे वामाको नंदन दीठो ॥ ए देशी ॥
॥ पुजो पूजोरे प्रभु पासजीने पूजो ॥ संखेश्वर परमेश्वर साहेब, ए सम देव न दुजोरे ॥ १ ॥ जेहने नामे नवनिधि पामे, मुक्ति वधु तस कामे ॥ सुरनर नारी बे कर जोडी, आवीने शीरनामेरे ॥ प्र० ॥ २ ॥ तेह तेणे सुपसाय हरखे, गुणठाणा सुविचार ॥ बंध उदय उदीरणा सत्ता, जाखी पर उपगाररे ॥ प्रभु० ॥ ॥ ३ ॥ शापुर मंडण शांति जिणेश्वर, महिमा महियल गाजे ॥ पास चिंतामणि चिंता चुरे, सहस फणो जिनराजेरे ॥ ४ ॥ केसर चंदन मृगमद घोली पुजे जे नरनारी ॥ भावना भावे जिनवर आगे, तेहनी दुर्गति वारीरे ॥ ५ ॥ तप गहनायक पुण्येपुरो, | विजयदेव सुरिंद ॥ तस पट्टधारक कुमति वारक, श्री विजयप्रभ मुदिरे || ६ || सकल पंडित शिर मुगट नगीनो, कपुरविजय गुरु शीस ॥ मणिविजय बुध
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