________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
दुराधिष्ठित
४८३
दुष्कृत्य
दुराधिष्ठित (वि०) प्रबद्ध, बंधा हुआ, घिरा हुआ।
(जयो० २।८३) वाति किन्तु दुरितावधीरणः सर्वतोऽपि दुराधी (वि०) कष्टकरी। (भक्ति० २८)
पवमान ईरण:।। दुराध्यय (वि०) दुर्लभ।
दुरितैकधनी (वि०) पाप से परिपूर्ण। दुराध्यवसायः (पुं०) मूर्खतापूर्ण व्यवसाय।
दुरितैकलोपी (वि०) पाप से मुक्त। (वीरो० १८४९ दुराध्वः (पुं०) कुमार्ग।
दुरितैकशापी (वि०) पाप से भयभीत। (सुद० २/३२) दुरान्त (वि०) अनन्त, अन्तहीन।
दुरिङ्गित (वि०) दुष्टचेष्टा (भक्ति० ४२) दुरान्वय (वि०) दुर्गम।
दुरीहवत् (वि०) दुराग्रह के समाना (वीरो० १६/२५) दुराभिमानिन् (वि०) मिथ्या अहंकारी।
दुरीहित (वि०) दुष्ट, कठोरता। (मुनि० २२) दुराराध्य (वि०) कठिन आराधना वाला। (सुद० ३/४२) दुरीहिताञ्चित (वि०) लोभी। दुरारोह (वि०) कठिन चढ़ाई वाला। (सुद० ४/१०) दुरुधर (वि०) अन्यायी। (जयो० १५/७९, (समु० ४/७) दुरालोक (वि०) अवलोकन में नहीं करने वाला।
दुरुद्योगी (वि०) अन्यायी। (दयो० ४७) दुरावगाम (वि०) दुर्बोध।
दुरुपयोगसमर्थ (वि०) पक्षपाती। (जयो० ३/१५) दुरासद (वि०) धर्मकार्य में अशक्य। (जयो० २६/६४) दुरुपायः (पुं०) स्वार्थ भावना जन्य। दुराशय (वि०) दुष्टाभिलाषा युक्त। (समु०१/७१)
दुरितापवर्तिनी (वि०) दुराचार निषेधयित्री (जयो० ३/१८) दुराशा (स्त्री०) दुराभिलाषा। (समु० ३/३६, जयो० ३/३०) दुरितान्धारक (वि०) पाप के अन्धकार से युक्त। (वीरो० १/३९) दुराशिषः (पुं०) शाप। (जयो० २७/३४)
दुरेषणा (स्त्री०) एषणा समिति के विरुद्ध। (भक्ति० ४४) दुरिङ्कित (वि०) बुरी चेष्टा। (सुद० १०३)
दुर्विधि (स्त्री०) दुर्भाग्य। (जयो० ९/६) दुरित (वि०) १. कठिन, कठोर। २. दरिद्र। (जयो० २५/२१) दुर्विनयः (पुं०) उद्दण्ड।
३. पाप जन्य, ४, पापी, अशुभ प्रवृत्तिवाला। (सुद० १०१) दुर्विनीत (वि०) अशिष्ट, असभ्य, दुष्ट, उद्दण्ड स्वभाव वाला। दुरित-यात्री (वि०) पापबुद्धि वाला यात्री। (सुद० ९७) दुर्विपाक (वि०) दुष्परिणाम, बुरा परिणाम, क्षुद्र भाव वाला। दुरभिनिवेश (वि०) दुराग्रह। (वीरो० ४/४३)
१. कर्म का दुष्परिणाम। (जयो०वृ० १/२२) दुरन्त (वि०) पापोदय। (सुद० १०९)
दुर्विलसित (वि०) स्वेच्छाचार। दुरन्तदुःख (वि०) पापोदय से दुःख। (सुद० १/२) दुर्वृत्त (वि०) असभ्य, दुष्ट, दुराग्रही। दुरन्तदुरित (वि०) पापोदय से घिरा हुआ। (सुद० १०९) दुर्वृत्ति (स्त्री०) अशिष्ट व्यवहार। (समु० ३/३५) दुरन्तकुन्तिन् (वि०) विश्वासघात, अमानवीय कार्य। (वीरो० दुर्वृष्टि (स्त्री०) अनावृष्टि, कम वर्षा। १७/२४)
दुर्व्यवहारः (पुं०) गलत निर्णय। दरितयोगि (वि०) पाप समूह वाला। (समु० ७/१६) दुर्वत (वि०) अनाज्ञाशील, आज्ञा से विमुख। दुरितप्रणीतिः (स्त्री०) दारुण दु:ख। (वीरो० ९/४०) दुर्हदय (वि०) दुरात्मा, दुष्ट। (समु० ३/२१) दुरितप्रभु (वि०) पाप की अधिकता वाला। (समु०३/24 दुल् (सक०) घुमाना, भुलाना, हिलाना। दुरितहर्ता (वि०) पाप नाशक, वर्जित (जयो०)। दुलालापाधिकालः (पुं०) मङ्गलोच्चारण समय। (दयो० १०९) दुरितसमारम्भप्राय (वि०) पापजन्य कार्य की प्रवृत्ति वाला। दुलिः (स्त्री०) कछुवी, छोटा कछुवा। (सुद० ११२)
दुष् (अक०) दूषित होना, कलंकित होना, क्रूर होना, शुद्र दुरितान्त (वि०) पाप कर्म का अन्त करने वाला। (जयो० होना, उद्दण्ड होना, भ्रष्ट होना। २१/८२)
दुष् (सक०) भ्रष्ट करना, कलंक लगाना, खण्डन करना, दुरितापहारक (वि०) पापापकृत, पाप को नष्ट करने वाला। दोष निकालना। (जयो० १/११३)
दुष्कर्मसमन्वयः (वि०) पापजनक कर्मों का घेरा। (वीरो० दुरितानिबन्धन (वि०) पाप चेष्टा। (जयो० २६/४१)
११/१०) दुरितावधीरण (वि.) पाप प्रलोपक पवित्र करने वाली। | दुष्कृत्य (वि०) दुष्टकार्य युक्त। (वीरो० १६/२१)
For Private and Personal Use Only