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दन
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दण्डाधिपः
दन (वि०) ऊँचाई।
दण्डपातः (पुं०) डंडे का गिरना। दण्ड् (सक०) सजा देना, जुर्माना करना, दण्ड देना। दण्डपातनं (नपुं०) दण्ड देना, धनोपहरण। दण्डः (पुं०) डंडा, छड़ी, गदा, यष्टि, मुद्गर, सोंटा, १. जंग। । दण्डपारुष्यं (नपुं०) संप्रहार, प्रतिघात, कठोर दण्डदान।
पंके पतित्त्वापि च लोहदण्डः (सम्य० ६१) २. एक अपराधी को क्लेश पहुंचाना, अपराधी को दण्ड देना, प्रमाण विशेष। दण्ड, धनुष, युग, नालिका, अक्ष और धनापहरण करना। 'वधः परिक्लेशोऽर्थहरणं वा क्रमेण मूसल ये एकार्थवाची शब्द है।
दण्डपारुष्यम्'। वे रिक्कूहि दंडो-दो रिक्कुओं का एक दण्ड होता है। | दण्डपालकः (पुं०) दण्डाधिकारी, द्वारपाल, ड्येढ़ीवान। ० शत्रुवध-वधः परिक्लेशोऽर्थहरणं दण्डः
दण्डपोण: (पुं०) मूठदार चलनी। ० दण्ड्यते-ज्ञानाद्यैश्वर्यापहारतोऽसारीक्रियते आत्माऽनेनेति दण्डप्रणामः (पुं०) दण्डवत नमन, सर्वांग नम्रीभूत, नमन, दण्डः ।'
साष्टांग नमन। ० दण्ड:-शरीर-धनयोरपहार।
दण्डबालधिः (पुं०) हस्ति, गज, हाथी। ० कष्ट देना। (सुद० ९०)
दण्डभङ्गः (पुं०) आज्ञा विरोध, अनुशासन के प्रति विरोध, ० सम्पत्ति का हरण
आज्ञा का उल्लंघन। ० परिक्लेश।
दण्डभृत् (पुं०) कुम्भकार, कुम्हार। दण्डकः (पुं०) [दण्ड-कन्] डंडा, छड़ी। २. पंक्ति, कतार। दण्डमाणवः (पुं०) दण्डधारी। २. छन्द विशेष।
दण्डमार्गः (पुं०) राजमार्ग, प्रमुखपथ, राजपथ। दण्ड-कर्मन् (नपुं०) दण्ड देना, कष्ट देना, ताडना, मारना। दण्डमुद्रा (स्त्री०) ध्यान की एक अवस्था, जिसमें दाहिने हाथ दण्डकाकः (पुं०) पर्वतीय/पहाड़ी कौवा।
की मुट्ठी बांधकर तर्जनी को फैलाना। दण्डकाष्ठं (नपुं०) लकड़ी का सोंटा।
दण्डयात्रा (स्त्री०) वरयात्रा, बरात का वंदोली। दण्डग्रहणं (नपुं०) तीर्थयात्री का दण्ड देना।
दण्डयामः (पुं०) यम की एक विशेषता। दण्डछदनं (नपुं०) भाण्डागार।
दण्डवत् (वि०) विनम्रता युक्त। (जयो० २४/६७) दण्डढक्का (स्त्री०) एक उद्घोषक ढोल।
दण्डवादिन् (पुं०) द्वारपाल, पहरेदार, सन्तरी। दण्डदासः (पुं०) सेवक, वधुआ बंधक मजदूर चाकर। दण्डवाहिन् (पुं०) रक्षाकर्मी, सुरक्षा प्रहरी, पुलिस अधिकारी। दण्ड-देवकुलं (नपुं०) न्यायालय।
दण्डविधिः (स्त्री०) दण्डनियम। दण्डधर (वि०) डंडाधारी, दक्षिण दिक्पाला (जयो० २२/६६) दण्डव्यूहः (पुं०) सैनिक की रचना, सैन्य व्यवस्था का एक दण्डनं (नपुं०) [दण्ड्+ल्युट्] ताड़ना, मारना, कष्ट देना। दण्डनायकः (पुं०) न्यायाधीश।
दण्डशास्त्रं (नपुं०) दण्डविधान, न्याय निर्णय ग्रन्थ। दण्डनीतिः (स्त्री०) न्यायपद्धति, न्याय करण, न्यायप्रक्रिया। दण्डसमुद्घातः (पुं०) आत्मप्रदेश की आकृति, जिसमें अन्तर्मुहूर्त
(जयो० २/१२०) (वीरो० ३/१४) अपराध के अनुसार मात्र आयु के शेष रहने पर सयोग केवली जो लोकपूरण दण्डव्यवस्था। 'यथादोष: दण्डप्रणयनं दण्डनीतिः।
समुद्घात करते हैं। अर्थात् जिस शरीर विस्तार से चौदह दण्डनीतिपरायणः (पुं०) दण्डविद्या में कुशल। (जयो० २२/६६) राजू प्रमाण लम्बे दण्ड के आकार निकलते हैं। दण्डनियंत्रित (वि०) डंडे से चोट पहुंचाई, 'दण्डेन पापाचारेण दण्डस्थूणाकृतिः (स्त्री०) दण्ड का लघु आकार (जयो०
लगुडेन वा नियन्त्रित, प्रपीडितो, जगतीत्थं भ्रमति। (जयो०१० १/२५) २५/४४)
दण्डाजिनं (नपुं०) मृगछाल। दण्डनेतृ (पुं०) अधिपति, राजा, नृप।
दण्डादण्डि (अव्य०) [दण्डैश्च दण्डैश्च प्रहत्य प्रवृत्तं युद्ध दण्डपः (पुं०) राजा, नृप।
इच्, द्वित्वं पूर्वपददीर्घः] आपस में दण्डों से लड़ना, दण्डपद्धतिः (स्त्री०) राजतंत्र, शासनविधि।
परस्पर में दण्ड प्रहार पूर्वक भिड़ना। दण्डपाणि (पुं०) यमराज।
दण्डाधिपः (पुं०) दण्डाधिकारी प्रमुख।
रूप।
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