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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रतिव ६९३ प्रतिश्रुत् प्रतिवह (सक०) ले जाना, नेतृत्व करना। भैक्ष्यस्यापि विशुद्धये । प्रतिवेष्टित (भू०क०कृ०) [प्रति वेष्ट+क्त] पीछे की ओर प्रतिवहेत् बुद्धिं भवादुन्मनाः। (मुनि० ३) मुड़ा हुआ। प्रतिवहनं (नपुं०) [प्रति+व+ ल्युट्] वापिस ले जाना, नेतृत्व | प्रतिव्यूढ (भू०क०कृ०) [प्रति+वि+ऊह+क्त] संग्रामरचना, करना। युद्ध में परास्त। प्रतिवाक्यः (पुं०) प्रतिध्वनि। (जयो० ५/३५) प्रतिव्यूहः (पुं०) [प्रति+वि+ऊ घञ्] युद्ध रचना, युद्ध में प्रतिवादः (पुं०) [प्रति+वद्+घञ्] समाधान, उत्तर। नाकाबंदी, शत्रु को घेरने की प्रक्रिया। ___०अस्वीकृति, इंकार करना। ०समुच्चय, संग्रह। प्रतिवादलोप (वि०) इंकार करने वाला। (वीरो० १४/५२) प्रतिशब्दायित (वि०) प्रतिध्वनि युक्त। (जयो० १२/४९) प्रतिवादिन् (पुं०) [प्रति+वद्णिनि] विरोधी, प्रतिपक्षी, विपक्षी। प्रतिशमः (पुं०) [प्रति+शम्+घञ्] विश्राम, विराम। __०बोलने वाला। (समु०४/१) (जयो० ३/१२) __उपशमन, शान्त। प्रतिवारः (पुं) [प्रतिवृ+घञ्] दूर रखना, अलग-थलग करना। प्रतिशयनं (नपुं०) [प्रति+शी+ल्युट] प्रदर्शन करना, धरना देना। प्रतिशयित (वि०) [प्रति+शी+क्त] अभीष्ट इच्छा के लिए प्रतिवारणं (नपुं०) [प्रति+वृ+ल्युट्] निवारण, दूर करना। धरना देने वाला। प्रतिवारिडिम्बः (पुं०) जल में अवस्थित। (सुद० १११) प्रतिशापः (पुं०) [प्रति+शप्+घञ्] शाप के बदले शाप। प्रतिवार्ता (स्त्री०) सूचना, संदेश, प्रसारण, प्रचार, संवाद, प्रतिशासनं (नपुं०) [प्रति+शास्+ल्युट्] ०आदेश देना, दूत समाचार। भेजना, संदेश देना, आज्ञा देना, इंगित करना। वार्तालाप। विरोधी आदेश, अधिकृत वचन। प्रतिवासिन् (वि.) [प्रति+वस्+णिनि] निकटवर्ती, पड़ौसी, वापस बुलाना। समीपस्थ रहने वाला। प्रतिशिष्ट (भू०क०कृ०) [प्रति+शास्+क्त] ०आदिष्ट, प्रेषित। प्रतिविघातः (पुं०) [प्रति वि+ह्र+घञ्] संहार, बदला लेना। विसर्जित किया हुआ, भेजा गया। ०आपस में भिड़ना। ०अस्वीकृत किया हुआ। प्रतिविध (अक०) विरोध करना। विख्यात, प्रसिद्ध। प्रतिविधानं (नपुं०) [प्रति+वि+धा+ल्युट] प्रतिकार करना, प्रतिश्या (स्त्री०) [प्रति+श्यै+क+टाप्] सर्दी, जुकाम। विरोध करना, विरुद्ध कार्य करना। प्रतिश्रयः (पुं०) [प्रति+श्रि+अच्] आश्रम, आराम गृह। ०व्यवस्था, क्रम। शरणस्थल, विश्राम गृह। स्थापन्न, सहकारी संस्कार। घर, आवास, निवासस्थल। प्रतिविधातुं (तुमुन्) विरोध करने के लिए। (समु०७/२२) सभा, परिषद-स्थान। प्रतिविधायि (वि०) [प्रति+विधा+कि] प्रतिशोध, प्रतिहिंसा, प्रतिज्ञा। प्रतिघात। सहायता। उपचार, निदान, चिकित्सा। प्रतिश्रवः (पुं०) [प्रति+श्रु+अप्] ०स्वीकृति, सहमति। प्रतिक्रिया के उपाय। प्रतिज्ञा, नियम। प्रतिविशिष्ट (वि०) [प्रति+वि+शास्+क्त] अत्यन्त श्रेष्ठ। गूंज, ध्वनि। प्रतिवीथि (स्त्री०) प्रत्येक पथ-वीथिं विथिं प्रति प्रतिवीथि। प्रतिश्रवणं (नपुं०) [प्रति+श्रु+ल्युट] ०ध्यानपूर्वक श्रवण करना। प्रतिवेशिन् (वि.) [प्रतिवेश्+इनि] पड़ौसी, पड़ोस में रहने वाला। ०वचन देना, स्वीकृति देना। प्रतिवेशदानं (नपुं०) सभी दान, चारों प्रकार के दान। प्रतिज्ञा वचन। (वीरो० १३/१०) साधु वचन। प्रतिवेश्यः (पुं०) [प्रति विश्+ण्यत्] पड़ौसी, निकटवर्ती, ०साधु की क्रिया का दोष। प्रतिश्रुत् (स्त्री०) [प्रति श्रु+क्विप्] प्रतिज्ञा। समीपस्थ। गूंज, प्रतिध्वनि। For Private and Personal Use Only
SR No.020130
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages450
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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