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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तनीयसी ४३२ तन्त्र तनीयसी (वि०) स्वल्पतरा, लघुतरा, छोटी सी। (जयो० १३/४१) तनु (वि०) [तन्+3] १. पतला, कृश, क्षीण। (जयो० १६/८३) २. मृदु, सुकुमार, कोमल। ३. छोटा, लघु, तुच्छ, हीन, कम। तनु (स्त्री०) शरीर, देह, (जयो० वृ० १/४०) अस्या भवान्नातरमेव ___कुर्यात्तनु शुभेयं तव रूपधुर्याम्।। (सुद० १२०) शरदीव तनौ तेऽयं सन्तापः कथमागतः' (सुद० ७८) तनुकूपः (पुं०) रोमकूप, तनुक्लेशः (पुं०) शारीरिक बाधा। तनुचिकित्सा (स्त्री०) ज्वर आदि का शमन। तनुक्षदः (पुं०) कवच। तनुच्छाया (स्त्री०) शरीर का प्रतिबिम्ब। (जयो० १/२३) तनुजः (पुं०) पुत्र, शिशु, लड़का, बालक। (सुद० ९१) तनुजा (स्त्री०) पुत्री, लड़की, बालिका। (समु०२/१७) बेटी, बाई। तनुत्यज (वि०) १. शरीर के प्रति उदासीन, २. शरीर छोड़ने वाले। तनुत्याग (वि०) १. दरिद्री, कृशशरीर, २. थोड़ा व्यय करने वाला। तनुत्रं (नपुं०) कवच। तनुत्राणं (नपुं०) कवच। तनुधारिन् (वि०) शरीरधारी। (मुनि० १८, समु० ४/३०) तनुभवः (पुं०) पुत्र, लड़का। तनुमध्य (पुं०) शरीर युक्त। (सुद० तनुरुह् (पुं०) शरीर बल। तनुरुहं (नपुं०) शरीर बल। (वीरो० २१/११) देह रूपी पंख। | तनुलता (स्त्री०) शरीर भाग। तनुवार (नपुं०) कवच। तनुव्रणः (पुं०) फुसी। तनुसञ्चारिणी (स्त्री०) छोटी बालिका। तनुसरः (पुं०) पसीना, खेद। तनुसौरभः (पुं०) शरीर गन्ध। तनू (स्त्री०) शरीर, देह, वपु। तनूजः (पुं०) पुत्र। तनूजा (स्त्री०) पुत्री। तनूदरी (स्त्री०) कृशोदरी, क्षीण कमर वाली। (जयो० १६/८३, सुद० ३/३) तनूहः (पुं०) पुत्र। तन्तिः (स्त्री०) [तन्+क्तिच्] १. रस्सी, रज्जू, डोर, सूत्र, धागा। २. पंक्ति, श्रेणी। तन्तिपालः (पुं०) गोरक्षक। तन्तुः (स्त्री०) [तन्+तुन्] सूत्र, धागा, (सुद० १०२) रस्सी, रज्जू, डोर। २. जाला, ३. रेशा, ४. सन्तान, सन्तति। ५. सद्भाव। (जयो० १/१७) तन्तुकः (पुं०) [तन्तु+कन्] सरसों के दाने। तन्तुकाष्ठं (नपुं०) जुलाहे का कपड़ा, बुनने का काष्ठ, हथुआ, तूकी। तन्तुकीरः (पुं०) १. रेशम का कीट। २. मकड़ी। तन्तुचारणा (स्त्री) एक ऋद्धि विशेष। तन्तुजालः (पुं०) नसों का समूह। तन्तुनागः (पुं०) मगर। तन्तुनाभ (पुं०) मकड़ी। तन्तुनिर्यासः (पुं०) ताड़ वृक्षा तन्तुपर्वः (पुं०) रक्षाबन्धन, श्रावण शुक्ल की पूर्णिमा का दिन। तन्तुभः (पुं०) १. सरसों, २. वत्स, बछड़ा। तन्तुमत् (पुं०) अग्नि, आग, बह्नि। तन्तुरः (पुं०) मृणाल, मुरार, कमलनाल। तन्तुरचना (स्त्री०) बुनावट, ताना-बाना। तुन्तुलः (पुं०) मृणाल, कमलनाला तन्तुला (स्त्री०) मृणाल, कमलनाल। तन्तुवानं (नपुं०) बुनना, बनाना, कपड़ा बुनना। तन्तुवादकः (पुं०) तंत्री, बीन वादक। तन्तुवापः (पु.) १. तोत, २. जुलाहा। तन्तुवायः (पुं०) १. जुलाहा, २. करधा, ३. बुनाई, ४. तांती, मकड़ी कुविन्द। (जयो० वृ० ३/१७) तन्तुविग्रहः (पुं०) कदलीपादप, केले का वृक्ष। तन्तुसन्तत (वि०) बुना हुआ, सिला हुआ। तन्तुसारः (पुं०) पूगनाकतरु, सुपारी का वृक्षा तन्त्र (सक०) १. नियन्त्रण करना, प्रशासन करना, पालन करना, संचालन करना। २. पालन-पोषण करना, रक्षा करना। तन्त्रं (नपुं०) १. तन्त्रशास्त्र, संस्कार शास्त्र, (जयो० २/६१) सिद्धान्तशास्त्र, नियामक शास्त्र, २. कर्मकाण्ड, रूपरेखा, ३. जादू-टोना। गण्ड, ताबीज, ४. औषधि। घर, सम्पत्ति, उद्देश्य, श्रेणी। १. तांत, तंतु, २. धागा, सूत्र, डोरी। For Private and Personal Use Only
SR No.020130
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages450
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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