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निर्विवेक
निलयः
निर्विवेक (वि०) विवेकशून्य, अदूरदर्शी, मूर्ख, मूढ, विमूढ।
जडाशय। (जयो०वृ० १२/१३९) निर्विशंक (वि०) निर्भय, निडर, साहसी, शंका रहित, विश्वस्त,
विश्वास करने योग्य। निर्विशेष (वि०) समान, तुल्य, सादृश्य।
०भेद-भाव रहित। ०सामान्य।
०कोई अन्तर न मानने वाला। निर्विशेषण (वि०) विशेषण बिना। निर्विष (वि०) विष रहित। निर्विषय (वि०) विषय-वासनाओं से रहित, इन्द्रिय जन्य
विषय से मुक्त शान्त, सरल, अनासक्त। निर्विहार (वि०) आनन्द से परे। निर्बीज (वि०) बीज रहित। निर्वीर (वि०) शक्तिहीन, बल हीन। निर्वीरा (स्त्री०) पतिशून्या स्त्री। निर्वीटा (वि०) निर्बल, कमजोर,
०शक्तिहीन, पुरुषार्थ रहित।
नपुंसक। निर्वेदः (पुं०) [निर्+विद्+घञ्] विषाद निराश, अवसाद।
०कुमानुष पर्याय से रहित होना। घृणा, जुगुप्सा। विषयों से विरक्ति।
अतितृप्ति।
०दीनता, शोक, विरक्ति। निर्वेग (वि०) गतिहीन, चेष्टा रहित। निवेतन (वि०) वेतन रहित, अवैतनिक। निर्वेदनीकथा (स्त्री०) वैराग्य उत्पन्न करने वाली कथा।
निर्वेदनीं चाह कथां विरागाम्। (धव० १/१०५) निर्वेदनीरसः (पुं०) प्रमाद में प्रीति। निर्वेष्टनं (नपुं०) जुलाहे की नरी, ढरकी। निर्वैर (वि०) स्नेही, शान्तिप्रिय, क्षमाशील, मैत्रीपूर्ण। निर्व्यञ्जनं (नपुं०) व्यञ्जन का अभाव, खरा, सादा। निर्व्यय (वि०) ०व्यय से रहित।
०पीड़ा मुक्त।
०शान्त, स्वस्था निर्व्यपेक्ष (वि०) निरपेक्ष, उदासीन। निळलीक (वि०) प्रसन्न, निष्कपट, सच्चा, पाखण्डहीन।
निर्व्यसन (वि०) व्यसनमुक्त। (जयो० ९/९३) निर्व्याज (वि०) छल रहित, पाखण्ड हीन। निर्व्यापार (वि०) व्यापार रहित, बेकार, कार्य नहीं करने
__वाला, परिश्रम विहीन। नियूंढ (भू०क०कृ०) [निर्+वि-वह्+क्त] श्रेष्ठ श्रुत प्रतिपादित।
०समाप्त किया गया, उदित।
विकसित, वर्धित, बढ़ा हुआ। ०प्रतिसमर्थित, प्रदर्शित। उत्तम श्रुतधर्म का कथन। प्रमाणित, सत्यापित।
०परित्यक्त, छोड़ा हुआ। निर्वृदिः (स्त्री०) [निर्+वि+व+क्तिन्]०पूर्ति, अन्त,
उच्चमतम बिंदु। नियूहः (पुं०) [निर्+वि+वह्घञ्] शिरस्त्राण, ०कंगूरा,
कलगी, खूटी, नागदंती। निर्वण (वि०) व्रण रहित। निर्वत (वि०) प्रतिज्ञा विहीन, व्रतपालन से रहित। निहरणं (नपुं०) [निर् हाल्युट्] ०ले जाना, बाहर निकालना।
(जयो० २/२२) निचोड़ना, हटाना। उखाड़ना, उन्मूलन
करना। निर्हादः (पुं०) [निर्+हृद्+घञ्] मलत्याग, मलोत्सर्ग। निर्हारः (पुं०) [निर्ह+घञ्] ०ले जाना, दूर करना, निकालना,
हटाना। बाहर खींचना। उखाड़ना।
विनाश, घात। निर्हारिन् (वि०) [निर्+ह+णिनि] ०व्याप्त, विस्तार युक्त।
०पालन करने वाला। निर्हिम (नपुं०) हिमशून्य, बर्फ रहित। निति (वि०) निरस्त्र, अस्त्र रहित। निर्हेतु (वि०) निष्कारण, बिना प्रयोजन। निर्हृदः (पुं०) [नि हृद+घञ्] ध्वनि, शब्द। निर्हतिः (स्त्री०) [निर+ह+क्तिन्] दूर करना, मार्ग से हटाना,
अपहरण करना। निहीक (वि०) निर्लज्ज, ठीठ, लज्जारहित। निलग्नबाहु (स्त्री०) सम्बद्ध बाहु। (जयो० १४/३८) निलयः (पुं०) •आवास गृह, निवास। वास्तुशास्त्रमवलोकयेन्नरो
नास्तु येन निलयोव्यथाकरः। (जयो० २/६२)
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