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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अलेपक ११० अल्पायुस् अलेपक (वि०) निष्कलंक, कलंकरहित। अल्पज्ञ (वि०) स्वल्प ज्ञायक, कम जानने वाला। अलेवडं (नपुं० ) छांछ आदि। 'अलेवढं यच्च हस्ते न सज्जति।' अल्प-तनु (वि०) कृशकाय, क्षीणदेह। (भ०आ० टी०२२०) अल्पतर (वि०) स्वल्प, अधिक कम। अल्पादल्पतरं अलेश (वि०) ०लेश्या रहित, कृष्ण-नीलादि लेश्या रहित। गृह्णन्वरेचनमिव क्रमात्। (समु० ९/२८) अयोगकेबली, सिद्ध। अल्पद्वारः (नपुं०) लघु दरवाजा, छोटा द्वार। अल्पद्वारत इत्यदो अलेश्य देखो अलेश। वदितवान् श्रीनाभिराजात्मजः। (मुनि०१०) अलोक (पु०) लोक के बाहिर का भाग (न लोक्यते इति । अल्पदृष्टिः (वि०) १. सूक्ष्म दुष्टि। २. अदूरदर्शी, कम उदार! अलोक:) शुद्धैकाकाशवृत्तिरूपोऽलोकः। (पंचा०व० ३४/वृ० अल्पधन (वि०) निधन, धनहीन। ७५) अल्पधी (वि०) मूढ, मूर्ख, अज्ञानी। अलोकाकाशः (पुं०) लोक के बाहर सब अनन्त आकाश। अल्पप्रसज् (वि०) कम सन्तान वाला। लोक्यन्ते उपलभ्यन्ते यस्मिन, जीवादिद्रव्याणि स लोकः, अल्पप्रमाण (वि०) हल्के वचन का, कम वजन का, लघु तद्धिपरीतोऽलोकः। (धव०४/पृ० ९) प्रमाणा अलोकनं (नपुं०) अदर्शन, अन्तर्ध्यान, अदृश्यता। अल्पप्रयोग (वि०) कदाचित प्रयुक्त, कम प्रयोग। अलोल (वि०) ०लोभ रहित, ०लालच हीन, शान्त, ०इच्छा अल्पप्राण (वि०) १. स्वल्प श्वास, स्वर, ०अर्धस्वर, रहित। चपलता विमुक्त। ०अनुनासिक अक्षर, ०हलन्ताक्षर। अलोलुप (वि०) ०आशाओं से रहित, अभिलाषा विमुक्त, अल्पबत (वि०) निर्बल, बलहीन, शक्ति रहित। निष्पह। विषयेच्छा विहीन. ०सांसारिक इच्छाओं से अल्पबहुत्व (वि०) परस्पर एक-दूसरे से हीनाधिकता। रहित। अल्पबुद्धि (वि०) अज्ञानी, मूर्ख, बुद्धि विहीन। अलौकिक (वि०) असाधारण, लोकोत्तर, लोक में सर्वश्रेष्ठ, अल्पमति (वि०) अज्ञानी, मृर्ख, बुद्धिहीन। जो लोक में प्रचलित न हो। (जयो० २७/८) अल्पमात्रं (वि०) छोटी मात्रा, लघु, थोड़ी मात्रा, कम से कम। अलौकिकी (वि०) लोकोत्तरा, लोक में उत्तम-(जयो० २७/८) अल्पमूर्ति (वि०) छोटा कद, ठिगना। लौकिकहित सहित प्रवृत्ति-(वीरो० १८/१८) अल्पमूल्य (वि०) किञ्चित् मूल्य, कम मूल्य 'दुग्धस्य धारेव अलौक्य (वि०) अलोलुप. अभिलाषा रहित। अलौक्यं किलाल्पमूल्य:।' (जयो० २०/८४) सांसारिकफलानपेक्षा। अल्पमेधा (वि०) कमबुद्धि, मूर्ख, अज्ञानी। अल्प (त्रि०) [अल्प+प] १. कम, थोड़ा, किञ्चित्, ०कुछ, | अल्पवयस् (वि०) कम उम्र, लघुवय, छोटा। छोटा, सूक्ष्म, लघु, परिमित। ('जयो० वृ० १/६) अल्पवादिन् (वि०) अल्पभाषी, कम बोलने वाला। परिमितानामल्पानां। (जयो०व० ५/५८) अन्त्याच्छरी- अल्पविद्य (वि०) मूर्ख, अज्ञानी, निरक्षर, अनपढ, अशिक्षित। रादपि किञ्चिदल्पा। (भक्ति०२) अल्पविषय (वि०) सीमित इच्छा। अल्पं (कि०वि०) जरा सा, थोड़ा सा। अल्पशक्ति (वि०) दुर्बल, बलहीन, शक्ति की कमी वाला। अल्पक (वि०) [अल्प+कन्] १. थोड़ा, कम, सूक्ष्म, छोटा, अल्पसरस् (नपुं०) छोटा तालाब, पोखर। लघु। २. क्षुद्र, नीचा अल्पश्रुत (वि०) अल्प श्रुतज्ञान वाला। अल्पकामः (पुं०) स्वल्प काम, थोड़ी इच्छा। नरोऽल्पकामेन अल्पाकाक्षिन् (वि०) संतुष्ट, आशा रहित, आकांक्षा रहित। भवन्फलत्रतामुपैति। (समु० ४/३०) अल्पागम (वि०) आगम से अनभिज्ञ, ०आगम ज्ञान विहीन, अल्पगंध (वि०) थोड़ी गंध युक्त, कम सुरभि वाला। श्रुत विहीन। अल्पचेता (वि०) व्याकुल चित्तवाली। प्रालेय-कल्प अल्पाधार (वि०) आधार की कमी, आश्रय से रहित। धृतवीरुधिवाल्पचेताः। (सुद० वृ०८६) अल्पाख्यायिवादिकरण (वि०) कम कथन करने वाला। अल्पचेष्टित (वि०) क्रियाशून्यता, इच्छाशक्ति रहित। (जयो० वृ० १/६) अल्पछद (वि०) स्वल्पवस्त्रधारी। अल्पायुस् (वि०) छोटी अवस्था वाला, कम उम्र वाला। For Private and Personal Use Only
SR No.020129
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages438
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size14 MB
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