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भारतीय शिल्पसंहिता
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शेषशायी विष्णु दायां हाथ विष्णु के गले पर आलिंगनयुक्त होता है और बायें हाथ में कमल है। विष्णु-नारायण के चार हाथ होते हैं। उनमे शंख, पद्म, गदा और चक्र होते हैं। प्रायुध के साथ ही उनका बायां हाथ लक्ष्मीजी की कमर पर प्रालिंगनयुक्त मुद्रा में होता है। लक्ष्मी-केशवकी मूर्ति भी लक्ष्मी-नारायण जैसी ही होती है, लेकिन केशव के आयुध कम होते हैं।
इसी प्रकार की ब्रह्मा-सावित्री और उमा-महेश की युगल मूर्तियां भी दिखाई देती हैं। इन तीनों देवों की खड़ी परस्पर प्रालिंगनबद्ध मूर्तियाँ भी पायी गई हैं। ऐसी युग्ममूर्तियाँ प्रासाद के प्रदक्षिणा-मार्ग की जंघा में या देव-प्रासाद के भद्र के गवाक्ष में मिलती हैं।
YS एराशा
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योगेश्वर विष्णु
विष्णु-लक्ष्मी
योगेश्वर शिव
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