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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भारत-भैषज्य-रत्नाकरः [हकारादि षण्मासान् निम्बमूलान्तसिं रम्भातरौ क्षिपेत् । | टिकिया रख दें तथा उस गढ़ेमें से जो नीमका भीमकर्पूरकस्तूर्योर्योगादान्ध्यं रुणद्धि सा | बुरादा निकला है उसीसे उसे भरकर गोबरसे बन्द कर दें। ६ मास बाद उस टिकियाको निकालकर १ भाग रसौतको त्रिफलाके क्वाथमें घोलकर केलेकी जड़में गाढ दें और फिर १ मास पश्चात् उसमें १-१ भाग काला और सफेद सुरमा बारीक निकालकर छाया में सुखा लें। तदनन्तर उसे बारीक पीस कर मिला दें तथा उसकी ४-४ तोलेकी पीसकर उसमें [चौथाई ( चतुर्थाश )] कपूर और टिकिया बना कर धूपमें सुखा लें।। (कपूर से छठा भाग ) कस्तूरी मिलाकर बारीक इनमें से १ टिकियाको कपड़ेमें लपेटें और | सुरमा बना लें। इसे आंखमें लगाने से अन्धता फिर नीमकी जड़में एक गढ़ा करके उसमें वह | नहीं आती। इति इकारायञ्जनपकरणम् अथ हकारादिनस्यप्रकरणम् (८५९३) हरीतक्यादिनस्यम् अदरकके रस में खांड मिलाकर उसकी, या (ग. नि. । रक्तपित्ता. ८ ; वृ. नि. र. ; यो. गोमूत्र में खरल किये हुवे गेरुकी अथवा अद्रकके र. । रक्तपिता. : रा. मा. । नासा. ४) रसमें गुड मिलाकर उसकी नस्य लेनेसे हिचकी नष्ट हरीतकीदाडिमपुष्पदूर्वा हो जाती है। लाक्षारसो नस्यविधानयागात् । निवारयत्येव चिरप्रवृत्त (८५९५) हिग्वादिनस्यम् मप्याशु नासान्तरशोणितौघम् ।। (वै. जी. । वि. १ ; वृ. नि. र. । वरा.) हरै, अनारके फूल, दूर्वा (दूब घास ) और लाख; इनके ( पृथक पृथक् अथवा सम्मिलित ) चातुर्थिको नश्यति रामठस्य रसकी नस्य लेने से पुराना नासाप्रवृत्त रक्तस्राव घृतेन जीणेन युतस्य नस्यात् । (नकसीर ) भी नष्ट हो जाता है। लीलावतीनां नवयौवनानां (८५९४) हिक्काहरयोगाः मुखावलोकादिव साधुभावः ॥ ( ग. नि. । हिक्का. ११) शर्कराशृङ्गबेरं च, गैरिकं मूत्रभावितम् । पुराने घृतमें हींग मिलाकर उसकी नस्य लेनेसे गुडाईकं च पादोक्तं हिक्कानं नावनत्रयम् ॥ चातुर्थिक ञ्चर (चौथिया) नष्ट हो जाता है। इति हकारादिनस्यप्रकरणम् For Private And Personal Use Only
SR No.020118
Book TitleBharat Bhaishajya Ratnakar Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
PublisherUnza Aayurvedik Pharmacy
Publication Year1985
Total Pages633
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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