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रसायन वाजीकरण]
५५२० मन्मथाभ्र रसः
५५२४ मल्ल चन्द्रोदयः
५५२९ महाकनकसुन्दर
रसः
५५३१ महाकल्प रसः
५५३३ महा कामेश्वरः ५५३४ महाकामेश्वरो
मोदकः
विकासकारक, अत्यन्त कामोत्तेजक 1
त्वचा, बाल, दांत
आदि गिरकर नवीन निकल आते हैं । कामवर्द्धक अत्यन्त कामवर्द्धक,
अग्निवर्द्धक तथा क्षय और प्रमेह नाशक, बुद्धिवर्द्धक
बल वीर्य तथा बुद्धिवर्द्धक, सब रोगनाशक नपुंस्कता, बल, पलित (अत्यन्त कामवर्द्धक)
५५६९ महा लक्ष्मी वि- शुक्रक्षय, लिंगशैथिल्य,
लास रसः
५५५४ महाबलविधाना
भ्रकम् ५५६७ महाराज वटी
५५८८ महेश्वर रसः
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चतुर्थी भागः
५६०२ मानिनीमान
૧૧૧
(अत्यन्त कामोत्तेजक, दृष्टिवर्द्धक)
मर्दनरसः
५६१४ मुशली पाकः
स्त्री द्रावक
अत्यन्त बलकारक, अत्यन्त वाजीकरण, बलवर्द्धक, दुष्ट प्रयोग
अत्यन्त वाजीकर, बल
वीर्य, पौरुष वर्द्धक
जनित नपुंस्कतानशिक | ५६४० मृतकन्दर्पजीवन अत्यधिक कामोत्तेजक वीर्यवर्द्धक
बलिपलित
नाशक,
आयु वर्द्धक, इन्द्रिय
अत्यन्त वीर्यवर्द्धक, का मोत्तेजक, उत्साहवर्द्धक
रसः
५६५९ मृत्युंजय रसः
५६६० "
५६६१ "
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५६७० मेथी पाकः
६०३१ रक्त रसः
"
६०३८ रतिकाम रसः ६०३९ रतिवल्लभपूग
पाक:
६०६९ रस पोटली ६०८१ रस माणिक्यम्
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अत्यन्त कामवर्द्धक बल्य,
करण, रसायन
अत्यन्त वाजीकरण
अत्यन्त वीर्यवर्द्धक, अग्नि बल वर्द्धक;
६०४० रतिवल्लभोमादक: अत्यन्त ओज, बल,
वीर्य और दृष्टिवर्द्धक, वाजीकरण
६०९१ रसवीरमहारसः ६१११ रसाभ्रकम्
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अत्यन्त कामोत्तेजक,
बल्य, पौष्टिक
समस्त रोग नाशक
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"
अत्यन्त वाजी
बलकारक
वाजीकरण, बलवर्द्धक, अग्निवर्द्धक
जरानाशक, आयुवद्भक अत्यन्त अग्निवर्द्धक.
वृद्धावस्था के कारण उत्पन्न पलित रोगको नष्ट करता है 1
६११३ रसा गुटिका रसायन, अनेक रोग
नाशक
५६०१ मानसोल्लास चू० वृष्य, अग्निदीपक, का मोत्तेजक कामोत्तेजक, स्तभ्मक, ६१२५ रसेन्द्रचूडामणि अत्यन्त काम वर्द्धक,