SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 700
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चिकित्सा-पथ-प्रदशिनी [७०५] - संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण । संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण ३९८० पुनर्नवादि योगः रक्त युक्त खांसी।। ४०२८ पिप्पल्यादिलेहः पित्तज क्षतज खांसी। ४६२४ विभीतक चूर्णम् खांसी । ४०३० पिप्पल्यायवलेहः खांसी, श्वास, क्षय, ४६२६ बिभीतकफल हृद्रोग चूर्णम् खांसी, श्वास ।। ४०३१ , , क्षतज खांसी। ४६२७ बिभीतकााद , खांसी। ४६५१ बिभीतकावलेहः खांसी, श्वास, कफ ४८१७ भद्रमुस्ताद , कफज खांसी। ४८६५ भाद वातज खांसी। ४८२८ भार्यादि , हर प्रकारकी खांसी, ४८६६ भार्याचवलेहः ५ प्रकारकी भय कर खांसी। श्वास । ४८६७ भृगु हरीतकी हर प्रकारकी खांसी। गुटिका-प्रकरणम् ३००२ दाडिमादि गुटिका खांसी, श्वास, पी घृत-प्रकरणम् नस नाशक तथा ३०४३ दशमूल षट्पल- खांसी, पसलीशूल, रेचक, दीपन और घृतम् हिचकी, श्वास । स्वर शोधक। ३०४६ दशमूलादि घृतम् वात कफज खांसी, ३२८० धनञ्जय वटी कास। श्वास । ३९९४ पथ्यादि गुटिका खांसी, श्वास । ३०५४ दाडिमायं , खांसी, श्वास, रक्त४००१ पिप्पल्यादिक्षार- खांसी, श्वास, गल पित्त । गुटीका रोग। ३०७७ द्विपञ्चमूलाचं , क्षयकी खांसी । ४००२ पिप्पल्यादि गुटिका खांसी, प्रबल श्वास । ३४८९ निर्गुण्डी , कफज , | ३४९६ न्यग्रोधादि , उरःक्षत, खांसी। अवलेह-प्रकरणम् | ४०८६ पिप्पल्यादि , खांसी, श्वास संग्र३०२५ दुरालभादि लेहः वातज खांसी। हणी। ३०२६ , " " " ४६५५ बदरीफलादि , कास । ३०२७ देवदार्वाद्यवलेहः वातकफज ,, ३०३३ द्विमेदादि लेहः पित्तज खांसी। ४८७६ भार्यादि , वातज खांसी। ४०२० पद्मकादि लेहः समस्त कास ।। ४८८१ भृङ्गराज , खांसी, स्वरभेद । ४०२७ पिप्पल्यादि लेहः खांसी । For Private And Personal Use Only
SR No.020116
Book TitleBharat Bhaishajya Ratnakar Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
PublisherUnza Aayurvedik Pharmacy
Publication Year1928
Total Pages773
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy