________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir व्याख्या प्रज्ञप्तिः 9 शतके उद्देशा // 8.2 // // 802 // रयण सक्करप्पभाए य अहेसत्तमाए य होज्जा 5 अहवा रयण वालुय० पंकप्पभाए य होज्जा जाव अहवा रयण. वालुय० अहेसत्तमाए होज्जा 4 अहवा रयण पंकप्पभाए धूमाए होज्जा एवं रयणप्पभं अमुयंतेसु जहा तिण्हं तियासंजोगो भणिओ तहा भाणियव्वं जाव अहवा रयण समाए य अहेसत्तमाए य होज्जा 15 अहवा रयणप्पभाए सकरप्पभाए वालुय. पंकप्पभाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुय० धूमप्पभाए य होज्जा जाव अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुय य अहेसत्तमाए य होज्जा 4 अहवा रयण सक्कर. पंक. धूमप्पभाए य होज्जा एवं रयणप्पभं अमुयंतेसुजहा चउण्हं चउक्कसंजोगोभणितोतहा भाणियव्वं जाव अहवा रयण धूम तमाए अहेसत्तमाए होज्जा अहवा रयण सक्कर०वालुय०पंक०धूमप्पभाए य होज्जा 1 अहवा रयणप्पभाए जाव पंक. तमाए य होज्जा 2 अहवा रयण. जाव पंक० अहेसत्तमाए य होज्जा अहवा रयण. सक्कर० वालुय. धूम तमाए य होज्जा 4 एवं रयणप्पभं अमुयंतेसु जहा पंचण्हं पश्चकसंजोगो तहा भाणियव्वं जाव अहवा रयण पंकप्पभा० जाव अहेसत्तमाए होज्जा अहवा रयण सक्कर. जाव धूमप्पभाए तमाए य होज्जा 1 अहवा रयण जाव धूम० अहेसत्तमाए य होज्जा 2 अहवा रयण. सकर० जाव पंक० तमाए य अहेसत्तमाए य होज्जा 3 अहवा रयण. सक्कर. वालुय. धूमप्पभाए तमाए अहेसत्तमाए होज्जा 4 अहवा रयण सक्कर० पंक० जाव अहेसत्तमाए य होज्जा 5 अहवारयण वालुयजाव अहेसत्तमाए होज्जा 6 अहवा रयणप्पभाए य सक्कर० जाव अहेसत्तमाए य होज्जा 7 // GACASEACCHAPAGALASACS For Private and Personal Use Only