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एलकोहल ऐक्सोल्युटम्
एलकोहल - ऐब्सोल्युटम् - [ ले alcohol absolutam ] विशुद्ध सुरासार । जल शून्य मद्यसार । एलकोहल - सैलिसिलिक - [ ले alcohol salysilic ] सैलिसिलिक एलकोहल । एलकोहलिक एक्स्ट्रैक्ट - [ श्रं० alcoholic-extract ] सुरसार घटित रसक्रिया । एलकोहल - पॉइजनिंग - [ श्रं० alcoholic-pois oning ] मद्यसारजन्य विपाकृता । मदात्यय | एलकोहलिज्म - [ ० alcoholism ] महात्यय ।
पानात्यय |
एल्लि - [मल ] थूहर । सोज । सेहुँड़ । पत्तों की सेंड |
धर्म
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वालु सुगन्धि अत्यन्त शीतल, विषनाशक, अत्यन्त उग्र तथा कुष्ठ, खाज एवं व्रणनाशक है ( ध० नि० चन्दनादि ३ व० ) । एलवालुक प्रत्युग्र, कलेला कफ-वात- नाशक तथा ज्वर, दाह, मूर्च्छनाक और रुचिकारक है । ( रा० नि० शताह्वादि ४ व० वा० सू० १५ श्र० रोधादि०) ।
द्रव्यनिघंटु में इसे विषन्न, मदनपाल में मूत्ररोगनाशक, भावप्रकाश में श्वास तथा श्ररुचिनाशक, विपन्न, हृद्रोगनाशक और गुददोषनाशक लिखा है । यदेव निघंटु में इसे पाक में कटु, शीतल लघु, कंडूनाशक, व्रण, छर्दि तथा तृषानाशक और कुष्ठ, कास एवं बलास ( कफ ) नाशक, रक्तपित्तशामक बल्य और कृमिनाशक लिखा है
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एलवालु कुष्ठ, कृमि, विष और हृद्रोग नाशक है । प० मु० । “सैजबालु परिपेलवमोचाः”। (२) तेजबल । च० सू० ४ ० । ( ३ ) वालुक । सुगंधवाला | वै० निघ० २ ० २० पि० चि० दूर्वा घृत । ( ४ ) वालू का साग (हिं० ) । बालू-च-भाजी - ( मरा० ) । बालुका - ( बं० ) । फा० इं० २ भ० पृ० १०५ । इं० मे० मे० । एलमरुङ - [मल० ] घावपत्ता | ज़ख्मेहयात का पत्ता । एलम् - [ ता०] इलायची दाना |
[ श्रंo alum.] फिटकरी । स्फटिका । एलम्नोल - [ श्रं० alumnol.] एक प्रकार का सफेद रंग का चूर्ण जो जल में सरलतापूर्वक घुल जाता है । दे० "फिटकरी " ।
पर्या० - एलबालुक, एलवालुक, बालूक, एलम्- ब्राथगाज़ -[ ० alum-broth-gauze.] वालुक, हरिवालुक, कविरथ, दुर्वर्ण, प्रसर, इद,
दे० " पारा" ।
एलक्काय - [ ता० ] छोटी इलायची | सूक्ष्मता । एलक्काय- वरै - [ ता० ] छोटी इलायची । सूनएला । एलक्की - [ कना० ] छोटी इलायची । सूक्ष्म एला । एलङ्ग - संज्ञा पु ं० [सं० पु० ] एक प्रकार की मछली । रायकड़ा | रायखाँड़ा । एलङ्गा - ( बं० ) ।
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गुण - मधुर वृध्यग्राही, कफ तथा वातनाशक तथा जठराग्नि पुष्टिकर, शीतल और भारी है । रा०नि० व १६ ।
एलङ्ग - [ मल० ] वकु | मौलसरी । एलची - [ मरा०, गु० ] इलायची | एला । एलएडै - [ ता० ] बेर | बदर | एत्तर- [ मल० ] छोटी इलायची । सूक्ष्म एला । एलन्तपू-पज.म - [ मल० [] बेर | बदर | एलन्द-प. - [ ० ] बेर । बदर | एलफोल - [ ० alphol ] एक प्रकार का सफ़ेद रंग का विलेय चूर्ण | दे० " नैफ्थोल" ।
एलबाल - संज्ञा पु ं० [सं० की ० ] एलबालुक । भा० ४ भ० ने० शे० चि० सामान्याञ्जन । “सैन्धवंचैलवालुकम्” ।
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एलबालु (क) - संज्ञा पु ं० [सं० की ० ] ( 1 ) एक प्रकार का सुगंध द्रव्य ।
इसकी पत्तियाँ कपित्थ ( कैथ) की तरह और सुगंधित, फल दृढ़ गोल इलायची तुल्य गंधवाला और छाल सुगन्धित और डालियाँ फैलनेवाली होनी चाहिए ।
एलम् ब्राथगाज़
( धन्व० नि० चन्दनादि ० ३ ) एलवालुक, कविरथ, दुर्वर्ण, प्रसर, दृढ़, एलागन्धिक, एलाह्न, गुगन्धि, सुगन्धिक, एलाफल, द्विसप्ताह्वय ( रा० नि० शताह्नादिक व० ४ ) । गन्ध, स्वपंच कुछ गन्धि, सुगन्धि, प्रसर, एलालुक (के० दे०), एतालु ( मदः ), कपित्थ-पत्र ( भा० ), गंधत्व ( गण० ), कंकोल सहरा, कुष्ठ गन्धि, ( भा० म० भ० ) । (gieskia pharnaceoides, Linn.)।